मंडी : अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर के गर्भ गृह में हिमाचल प्रदेश के प्राचीन धार्मिक स्थलों, नदियों और झीलों के मिट्टी व जल का इस्तेमाल किया जाएगा। विश्व हिंदू परिषद की जिला मंडी इकाई ने जिला के 10 धार्मिक स्थानों, दो झीलों और एक नदी का जल डाक के माध्यम से अयोध्या के लिए भिजवा दिया। यह मिट्टी और जल ’’श्री चंपत राम जी, महामंत्री श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या’’ के नाम से भेजी गई है। मिट्टी और जल भिजवाने से पहले विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष हरमीत सिंह बिट्टू ने बताया कि हिमाचल प्रदेश से भेजी जा रहीे मिट्टी और जल को राम मंदिर के गर्भ गृह निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा जोकि प्रत्येक प्रदेशवासी के लिए गर्व की बात है।
हरमीत सिंह बिट्टू ने बताया कि जिला के 10 धार्मिक स्थानों में हिंदू धर्म के अलावा बौद्ध और सिक्ख धर्म के पवित्र स्थानों की मिट्टी भी भेजी गई हैं। इसमें पराशर ऋषि मंदिर, बाबा भूतनाथ मठ मंदिर, माता भीमाकाली मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, प्राचीन राम मंदिर मंडी, सत बाला कामेश्वर मंदिर बल्ह, प्राचीन हनुमान मंदिर नागचला, श्री गुरू गोबिंद सिंह जी महाराज ऐतिहासिक गुरूद्वारा मंडी, गुरूद्वारा रिवालसर और बौद्ध गोंपा रिवालसर शामिल है। वहीं पराशर और रिवालसर झील के साथ-साथ ब्यास नदी का जल भी भेजा गया है।
हरमीत सिंह बिट्टू ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से जो दायित्व सौंपा गया था उसे पूरा कर लिया गया है। भविष्य में भी राम मंदिर निर्माण के लिए जो दिशा निर्देश प्राप्त होंगे उन्हें भी तुरंत प्रभाव से पूरा किया जाएगा ताकि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण किया जा सके।