सुंदरनगर : कोरोना संकट के बीच प्रशासन द्वारा 14 जून को मनाए जाने वाले बड़ा देव कमरूनाग के सरनाहुली मेले को रद्द करने के बावजूद लोगों द्वारा मंदिर आने को लेकर अब देव समिति ने सख्त रूख अपनाया है। वर्तमान में लोग देव आस्था को छोड़ पिकनिक मनाने इस देव स्थान की ओर रूख कर रहे हैं और अपने साथ अन्य लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। इन शरारती तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए देव श्री कमरूनाग कमेटी ने कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करने की चेतावनी जारी की गई है।
बता दें कि कोरोना महामारी को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश में मंदिरों के कपाट फिलहाल आगामी आदेशों तक बंद ही रखे गए हैं। वहीं देव कमरूनाग कमेटी और प्रशासन द्वार इस मेले को स्थगित कर दिया गया है। लेकिन लोग नियमों को दरकिनार कर लगातार समुद्र तल से 3334 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पवित्र झील और मंदिर पहुंच रहे हैं। जानकारी देते हुए भीष्म कुमार कारदार बड़ा देव श्री कमरूनाग मंदिर समिति ने कहा कि जिला के अधिष्ठाता बड़ा देव श्री कमरुनाग के मंदिर समिति कोरोना महामारी के चलते देवता के मंदिर को आने के सारे रास्ते बंद है। उन्होंने इस समय मंदिर में नहीं आने की अपील भक्तों से की है।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकार के आदेशानुसार मंदिर पूरी तरह खुल नहीं जाते हैं तब तक मंदिर के सारे दरवाजे बंद रहेंगे। इस बार श्री देव कमरूनाग का वार्षिक सरनाहुली मेला जो हर वर्ष धूमधाम से मनाया जाता था इस वर्ष पूर्ण रूप से स्थगित कर दिया गया है। भीष्म ने कहा कि इस वर्ष कोई मेला नहीं होगा। उन्होंने 13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले मेले के समय प्रशासन के निर्देशानुसार पूरे मंदिर को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा और किसी को आने जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने लोगों से देव कमरूनाग झील आने के बजाए घर पर ही रहने की अपील की है।