मंडी : जिला में जमीन के क्रय-विक्रय को लेकर करवाई जाने वाली रजिस्ट्री के लिए अब ऑनलाइन तारीख लेनी पड़ेगी। बिना तारीख लिए तहसीलदार कार्यालय आने पर कोई रजिस्ट्री नहीं होगी। प्रशासन ने इसके लिए शनिवार से “मंडी जन सुविधा पोर्टल” का विधिवत रूप से शुभारंभ कर दिया है। डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने इसका विधिवत शुभारंभ करने के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्व के अधिकतर कार्यों को ऑनलाइन किया जा चुका है। लोगों के सभी प्रकार के प्रणामपत्र ऑनलाईन बनाए जा रह हैं और अभी तक जिला में 8562 प्रमाणपत्र जारी किए जा चुके हैं।
वहीं किसान क्रेडिट कार्ड के लिए बनने वाले लोन के मामलों की अप्रूवल भी बैंक ऑनलाइन ही कर रहा है। ऐसे 4255 मामलों को अभी तक मंजूरी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्री के कार्य के लिए लोगों को तहसील कार्यालय आना ही पड़ता है क्योंकि इसके लिए एक फोटोग्राफ भी खिंचवाना पड़ता है। ऐसे में तहसील कार्यालय में लोगों की भीड़ इकट्ठी न हो, इसके लिए पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने के बाद क्रेता और विक्रेता को ऑनलाइन तारीख के लिए अप्लाई करना होगा। जिस दिन की तारीख मिलेगी उसी दिन रजिस्ट्री का कार्य तहसीलदार या फिर नायब तहसीलदार की मौजूदगी में संपन्न होगा।
ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि लोगों को शिकायतें देने के लिए कार्यालयों में आने की जरूरत नहीं। लोग इसके लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प के नंबर 1100 पर भी शिकायतें दे सकते हैं जोकि सीधे संबंधित अधिकारी के पास ही पहुंचती हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आने वाली शिकायतों का जल्द समाधान हो रहा है और सरकार इसके लिए पूरी तरह से कृत संकल्प है। उन्होंने लोगों से डिजिटल प्रणाली को अधिक से अधिक संख्या में अपनाने का आहवान भी किया। इस मौके पर उनके साथ एडीएम मंडी श्रवण मांटा और जिला राजस्व अधिकारी राजीव सांख्यान भी मौजूद रहे।