नाहन : हरियाणा के यमुनानगर जनपद के गांव से 25 वर्षीय महिला 6 दिन की नन्हीं बच्ची के साथ त्रिलोकपुर में कोविड केयर सैंटर पहुंच गई है। संक्रमित मां को नन्हीं जान से अलग नहीं किया गया है। बता दें कि डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज में महिला की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी। संभव है कि कोरोना को लेकर हिमाचल में यह अपनी तरह का अलग ही मामला होगा, जब संक्रमण के बावजूद महिला को मां की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ रही है।
अहम बात यह है कि प्रशासन ने नन्हीं बच्ची की अतिरिक्त केयर टेक के लिए विशेष व्यवस्था की है। सूत्रों के मुताबिक आज दोपहर स्वास्थ्य विभाग व मेडिकल काॅलेज स्टाफ के साथ बैठक में ज़िलाधीश डाॅ. आरके परुथी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि चिकित्सकों की टीम रोजाना ही त्रिलोकपुर जाकर बच्ची के स्वास्थ्य की जांच करेगी।
उधर, यह भी बताया जा रहा है कि चिकित्सकों ने नन्हीं बच्ची के सैंपल लेने के लिए भी तैयारी कर ली है। बच्ची के 7-8 दिन के हो जाने के बाद सैंपल लिए जाएंगे। दीगर है कि 4 जून को महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके बाद वो हरियाणा में रसूलपुर के नजदीक अपने मायके चली गई थी। उधर एक अन्य जानकारी के मुताबिक मेडिकल काॅलेज के तीन चिकित्सकों के साथ 30 कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा महिला के परिवार के सदस्यों के भी सैंपल लिए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक महिला के संपर्क में आने वाले 24 लोगों के सैंपल ले लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि बीती देर शाम 6 महिलाओं समेत 7 की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। इसमें से 6 की ट्रैवल हिस्ट्री उत्तर प्रदेश व दिल्ली से जुड़ी थी। उधर संपर्क किए जाने पर ज़िलाधीश डाॅ. आरके परुथी ने कहा कि नवजात बच्ची अपनी मां के साथ केयर सैंटर में ही रहेगी। बच्ची की देखभाल के लिए मेडिकल काॅलेज के स्टाफ को विशेष निर्देश दिए गए हैं।