नाहन :विश्व व्यापी कोरोना महामारी के दौरान जहां जान बचाने को लेकर जद्दोजहद जारी है, तो वहीं इस लड़ाई में प्रयोग होने वाले शस्त्रों की खरीद फरोख्त में ही लाखों रूपए के घोटाले का मामला सामने आने के बाद देवभूमि शर्मसार हुई है। यह टिप्पणी प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव अजय सोलंकी ने मीडिय़ा को जारी बयान में की। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री मामले में ईमानदारी से निष्पक्ष जांच करवाएं ताकि मामले में असली चेहरे सामने आ सकें और कोरोना संकट के दौरान भी घोटाले करने वालों पर देशद्राह का मामला दर्ज किया जाए।
सोलंकी ने चेताया कि अगर इस मामले को दबाया गया या निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो वह आमरण अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आएगा कि यह बड़े स्तर पर घोटाला हो सकता है, स्वास्थ्य निदेशक ने चंडीगढ़ की फर्म के सप्लायर से पांच लाख की घुस मांगी थी। लेकिन इस मामले में ओर भी बड़ी मछलियां शामिल हो सकती हैं। ऐसे में जनता पीछे बैठे असली लोगों के नाम भी सरकार से जानना चाहती है।
सोलंकी ने भाजपा सरकार के शीर्ष नेतृत्व पर प्रहार करते हुए कहा है कि वह इस घूस मामले चुप क्यों है? अभी तक कोई प्रतिक्रिया क्यों दर्ज नहीं करवाई, जबकि भाजपा नेता गली-कूचे में हर छोटे-बड़े मामले में सुर्खियां बटोरने में पीछे नहीं रहते। सोलंकी ने कहा है कि जब इतने बड़े स्तर पर उपकरणों की खरीद मामले में घूस का भांडा-फोड़ हुआ है, जिसमे सिरमौर का आरोपी भी संलिप्त पाया जा रहा है तो लाजमी है कि जिला सिरमौर के मेडिकल कॉलेज के कोविड फंड़ से उपकरणों की खरीद की भी सीबीआई जांच हो, उन्होंने कहा है कि इसमें भी जांच के बाद चौंकाने वाले चहरे सामने आएंगे।