शिमला: क्या प्रशासनिक स्तर पर दवाओं की ट्रांसपोर्टेशन के लिए सटीक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। ये सवाल इस कारण उठा है, क्योंकि अब होल सेल विक्रेताओं को मीडिया से संपर्क करना पड़ रहा है। चिराग राणा का कहना है कि शोघी (मां तारा एंटरप्राइजिज) में दवाओं के थोक विक्रय का कार्य है। इसके साथ ही कोटखाई में रिटेल की दुकान है।
उनका कहना है कि कोटखाई स्थित काउंटर पर दवाएं खत्म हो चुकी हैं, लिहाजा उन्हें दवाओं की ट्रांसपोर्टेशन के लिए परमिशन की आवश्यकता है, लेकिन तमाम हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर लिया गया है। इसके अलावा प्रशासन को भी अवगत करवाया गया है। बावजूद इसके निजी कार में दवाओं को ले जाने की अनुमति नहीं दी जा रही। उधर इस मामले में प्रशासन का पक्ष नहीं मिला है। मिलने की सूरत में प्रकाशित किया जा सकता है।
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