नाहन : सोमवार दोपहर 12 बजे के आसपास समूचे प्रदेश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। सरकार हरेक पल अपडेट देकर प्रदेश की जनता को घातक वायरस से बचाने को लेकर एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। यहां तक की सरकार को इस वायरस से निपटने की एवज में कई करोड़ की कीमत भी चुकानी पड़ेगी। मगर आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि शहर में एक ऐसा शिक्षित तबका भी है, जिसे न अपनी चिंता है और न दूसरों की। चिंता है तो घर में पाले हुए महंगी नस्ल के कुत्तों की।
शाम के वक्त करीब एक दर्जन ऐसे लोग नजर आए, जो कुत्तों को शौच करवाने को लेकर घूम रहे थे। हर किसी की नजर इस बात पर टिक रही थी कि संभ्रात परिवारों वाले लोग ही लॉकडाउन से बेखबर हैं। हालांकि शहर के अलग-अलग हिस्सों में भी लोग सरकार की एडवाइजरी से बेपरवाह होकर घूमते नजर आ रहे थे। लेकिन सबसे अधिक चर्चा में कुत्ते घुमाने वाले थे। दीगर है कि जनता कर्फ्यू के दौरान पूरा सन्नाटा था, लेकिन आज लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था। जानकारों का कहना है कि सरकार का अमला भी नरम रुख अपना रहा था, मगर मंगलवार से इस पर पूरी सख्ती की जाएगी। जानकार यह भी बताते हैं कि म्युनिसिपल एक्ट में भी कुत्ते घुमाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का ऐलान है, लेकिन नप भी चुप्पी साधे बैठे रहती है।
वहीं शहर में कुत्ते पालने के शौकीन लोगों में एक तबका ऐसा भी है, जो अपने घर की छत या आंगन में शौच की व्यवस्था करता है। अहम बात यह है कि नगर परिषद को कुत्तों का शौच सड़कों पर फैलाने की एवज में धैला भी नहीं मिलता, इसके विपरीत गंदगी की जिम्मेदारी नगर परिषद की हो जाती है। उल्लेखनीय यह भी है कि महंगे कुत्ते पालना भी स्टेटस सिंबल बन चुका है। धनाढय लोग इस पर ज्यादा शान समझते हैं। अब चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं इटली की तरह पढ़े-लिखे इस तबके का घमंड देश पर न भारी पड़ जाए। उधर थाना प्रभारी ने पूछे जाने पर कहा कि तुरंत ही इसका संज्ञान लिया जाएगा