शिमला : कोरोना संक्रमण की महामारी के बीच हिमाचल विधानसभा ने सोमवार को राज्य का वितीय वर्ष 2020-21 का 49131 करोड़ का बजट पारित कर दिया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में विनियोग वित्त विधेयक प्रस्तुत किया, जिसे सत्तापक्ष और विपक्ष ने ध्वनिमत से पारित किया। अब राज्य सरकार को संचित कोष से 49131 करोड़ रुपये के खर्च का अधिकार मिल गया है। इसमें शिक्षा पर 8352 करोड़ रूपए, लोक निर्माण विभाग के लिए 4422 करोड़ रूपए, स्वास्थ्य के लिए 2948 करोड़, ग्रामीण विकास पर 1965 करोड़ और कृषि एवं बाग़वानी पर 1474 करोड़ रूपए खर्च होंगे। इसके अलावा ब्याज व कर्ज के भुगतान के लिए 8353 करोड़, उपदानों के लिए 983 करोड़ और पर्यटन व परिवहन सेवाओं के लिए 2540 करोड़ रूपए का प्रावधान बजट में किया गया है।
वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे जय राम ठाकुर ने बीते 6 मार्च को विधानसभा में बजट पेश किया था। 9 से 14 मार्च को बजट पर चर्चा चली, जिसमे सत्तापक्ष व विपक्ष के चार दर्जन से अधिक विधायकों ने हिस्सा लिया। 14 मार्च को मुख्यमंत्री ने बजट पर चली चर्चा का जवाब दिया था। इस बार बजट पर विपक्ष द्वारा कटौती प्रस्ताव नहीं लाए गए, क्योंकि कोरोना वायरस के चलते पूरे प्रदेश में आज लॉकडाउन कर दिया गया। इस कारण बजट की पूर्व निर्धारित सात बैठकें भी रद्द कर दी गईं।