सुंदरनगर: नगर परिषद, प्रदेश सरकार और बीबीएमबी प्रबंधन के सभी दावे फिसड्डी साबित हो रहे हैं। आलम यह है कि धरातल पर स्वच्छता अभियान फलीभूत होता कहीं भी नजर नहीं आ रहा है। मौके पर हालात इस प्रकार है कि सुंदरनगर शहर में प्रवेश करने पर ही एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थापित अंडरग्राउंड डस्टबिन कूड़ेदान कूड़े से लबालब भरे रहते हैं। वहीं नगर परिषद व बीबीएमबी सुंदरनगर में स्वच्छता को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन आयोजनों के दौरान स्वच्छता के बड़े-बड़े पाठ भी पढ़ाए जाते हैं, लेकिन यह सभी महज छलावा व दिखावे के लिए ही रह गया है। जबकि शहर मेें स्वच्छता को लेकर कोई भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। कई जगह गंदगी के ढेर लगे है लेकिन नियमित तौर पर इनकी सफाई नहीं की जा रही है।
हैरानी की बात यह है कि नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष के गृह वार्ड सहित शहर के सरकारी कार्यालयों के बाहर कई स्थानों पर गंदगी के हमेशा ढेर लगे रहते हैं। बीबीएमबी प्रबंधन के जलाशय किनारे और धनोटू तक नहर किनारे कई स्थानों पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यहां बीबीएमबी के स्वच्छता पखवाड़े का कोई असर नहीं दिख रहा है। प्रतिदिन विभिन्न वार्डों में नगर परिषद के कर्मचारी भी सफाई करने के लिए पहुंचते हैं लेकिन इसके बावजूद कई स्थानों से गंदगी नहीं हट रही है। स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप ने कहा कि सुंदरनगर नगर परिषद स्वच्छता को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि शहर में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जिससे सुंदरनगर शहर को दाग लग रहा है।
सरकारी कार्यालयों के बाहर भी पसरा कूड़ा तहसील कार्यालय सुंदरनगर के बाहर हर रोज गंदगी के ढेर को आम दिखा जा सकता हैं। इस पर पूरे दिन पशु लगातार मुंह मार रहे हैं। वहीं अन्य और क्षेत्रों की बात भी करे तो नरेश चौक,भोजपुर बाजार सहित अन्य कई क्षेत्रों में गंदगी पसरी हुई है। वहीं नगर परिषद सुंदरनगर को स्वस्था को लेकर अवार्ड भी हासिल हुए हैं। लेकिन धरातल पर कहानी कुछ और ही है।