शिमला : हिमाचल प्रदेश में ठंड से लोगों को फिलहाल राहत नहीं मिलेगी। 18 से 21 मार्च तक पर्वतीय इलाकों में एक बार फिर बारिश व बर्फबारी का दौर चलेगा, जिससे ठंड का असर और अधिक होगा। मौसम विभाग ने यह पूर्वानुमान सिर्फ मध्यपर्वतीय व उच्चपर्वतीय क्षेत्रों के लिए जारी किया है। राहत की बात यह है कि राज्य के मैदानी क्षेत्रों में कहीं भी बारिश नहीं होगी।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि अगले दो दिन समूचे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में 18 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम करवट लेगा और वर्षा व बर्फबारी का क्रम शुरू होने का अंदेशा है, जो कि 21 मार्च तक जारी रह सकता है। रविवार को राजधानी शिमला में बादल छाए रहे, वहीं उच्च पर्वत श्रंखलाओं पर एक बार फिर ताजा हिमपात हुआ। बीते 24 घंटों की बात करें, तो कुफरी में 10, खदारला में 7 व गोंदला में 5 सेंटीमीटर बर्फ गिरी।
वहीं बलद्वारा में 22, राजगढ़ में 20, धर्मशाला व संगडाह में 19, बैजनाथ में 15, सोलन व नैना देवी में 14 सेंटीमीटर बारिश हुई है। बारिश व बर्फबारी की वजह से शिमला सहित राज्य के चार जिलों में पारा माइनस में दर्ज किया गया। लाहौल-स्पीति सबसे ठंडा जिला रहा, जहां रविवार की सुबह पारा -8.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
इसी तरह किन्नौर जिला के कल्पा में न्यूनतम तापमान -3.6, शिमला के कुफरी में -1.3 और कुल्लू जिला के मनाली में -1.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। इसके अलावा शिमला में 1.4, डलहौजी में 1.9, पालमपुर में 2, सोलन में 4.2, जुब्बड़हट्टी में 4.8, भुंतर में 4.9, चंबा में 5.3, धर्मशाला में 5.8, कांगड़ा में 6, सुंदरनगर में 6.3, ऊना में 6.8, हमीरपुर में 8.7 और बिलासपुर में 9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।