शिमला : हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सिफारिश पर राज्य में 31 मार्च तक कोरोना वायरस के डर से सरकारी कार्यालयों में 31 मार्च तक बॉयोमिट्रिक प्रणाली को बंद कर दिया गया है। कई रोज से ही इसके बाद इस सवाल का जवाब तलाशा जा रहा है कि राशन के डिपुओं में अब भी फिंगर प्रिंटस की प्रणाली से राशन मुहैया करवाया जा रहा है।
इसमें भी कोई दो राय नहीं है कि फिंगर प्रिंट प्रणाली से पारदर्शिता में इजाफा हुआ है। साथ ही इसमें भी कोई संशय नहीं है कि पहाड़ी राज्य में कोरोना को लेकर कोई खतरा अब तक नहीं महसूस हुआ है। तीन संदिग्धों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव ही आई थी। साथ ही राज्य के आईजीएमसी व टांडा में कोरोना वायरस के टैस्ट भी मुहैया हो गए हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क को पाठकों द्वारा लगातार यह संदेश भेजे जा रहे हैं कि जब सरकारी कार्यालयों व संस्थानों में बॉयोमिट्रिक को स्थगित किया गया है तो राशन डिपुओं में इस व्यवस्था को लागू करने में क्या हिचकिचाहट है।
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