शिमला : होली के 4 दिन के अवकाश के बाद शुरू हुए हिमाचल विस के बजट सत्र में आज विपक्षी दल कांग्रेस ने आउटसोर्स कर्मचारियों के मुददे पर जोरदार हंगामे के बाद सदन से वाकआउट किया। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक इंद्रदत लखनपाल ने आउटसोर्स कर्मचारियोें की वेतन-विसंगतियों का मामला उठाते हुए सरकार से इन कर्मचारियों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाने की मांग की। उनका कहना था कि इन कर्मचारियों को बहुत कम वेतन दिया जा रहा है, जबकि इनसे 15-15 घंटे काम लिया जाता है। इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण न हो। ये कर्मचारी सरकार की बजाय कंपनी के हैं।
सरकार की तरफ से कंपनियों को समय पर पे-स्लिप के साथ वेतन दिया जा रहा है। आउटसोर्स कर्मियों को कैजुअल लीव तथा गर्भवती महिलाओं के लिए मैटरनिटी लीव का प्रावधान किया गया है। इससे पहले यह सुविधाएं आउटसोर्स कर्मियों को नहीं मिलती थीं। इसके अलावा यह व्यवस्था नहीं था। कांग्रेस के विधायक उस समय हंगामे करने लगे, जब मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों को शोषण तो पूर्व की कांग्रेस सरकार में हुआ था जब इन कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने का वायदा करते हुए पीटरहाॅफ होटल में एक भव्य समारोह आयोजित किया गया था तथा तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह को सातवीं बार मुख्यमंत्री बनाने के नारे लगाए गए थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राजीतिक मकसद से आउटसोर्स कर्मचारियों का इस्तेमाल किया और उनके हितों के लिए कुछ नहीं किया। मुख्यमंत्री के इस बयान से समूचा विपक्ष भड़क गया और नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के वाकआउट के बाद सदन में कहा कि वे तथ्यों पर जवाब दे रहे हैं। उनकी सरकार के प्रावधानों से आउटसोर्स कर्मचारियों की गुंजाइश नहीं रह गई है। पिछली कांग्रेस सरकार ने इन कर्मचारियों को महज सब्जबाग ही दिखाए हैं। विपक्षी सदस्य सदन में झगड़ालू छवि पेश कर रहे हैं। हर मुददे पर उन्हें संयम रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने हर साल न्यूनतम वेतन बढ़ाया है, जिसका फायदा आउटसोर्स कर्मियों को भी मिला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बात को सुनिश्चित किया है कि आउटसोर्स कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिया जाए, इसकी अनुपालना न करने वाली कंपनियों के विरूद्व कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।