शिमला : जालसाजों ने रिटायर्ड बैंक कर्मचारी को झांसे में लेकर लाखों की ठगी को अंजाम दिया। ठगों ने न केवल पीड़ित को अपनी बातों में उलझाया, बल्कि फर्जी अधिकारी बन उसके घर भी पहुंचे। करीब डेढ वर्ष तक कागजी औपचारिकताएं पूरी करते-करते इन्होंने 15 लाख की ठगी कर ली। ठगी का पता चलने पर सेवानिवृत बैंक कर्मचारी ने पुलिस में शिकायत की। मामला ठियोग थाना क्षेत्र का है। पीड़ित राकेश शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत मे कहा है कि वह सेवानिवृत कर्मचारी हैं।
20 मई 2018 को उन्हें नवीन दीक्षित नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर 99025099 से फोन आया था। दीक्षित ने खुद का परिचन बीमा लोकपाल विभाग अधिकारी के रूप में देते हुए कहा कि उसने यानी पीड़ित राकेश शर्मा ने अपनी बैंक की नौकरी के दौरान फील्ड में जाकर बीमा एजेंट के तौर पर काम किया है। जिसका कमीशन 1 लाख 54 हजार 910 रूपये बनता है। आरोपी की तरफ से बताया गया कि इस रकम को हासिल करने के लिए पीड़ित को भारती एक्सा लाईफ इन्शयोरेंस कंपनी की एक पॉलिसी करवानी होगी।
कंपनी की शर्त के मुताबिक इस पॉलिसी के तहत उसका कमीशन कई गुणा बढ़कर मिलेगा। ठग खुद को अलग-अलग अधिकारी बताकर पीड़ित को इस पॉलिसी की जानकारी देने लगे। पीड़ित ने ठगों के झांसे में आकर यह पॉलिसी करवा दी। ठगों ने भरोसा जीतने के लिए वेरिफिकेशन के नाम पर उसके घर का भी दौरा किया। बताया गया है कि शातिरों ने अलग-अलग औपचारिकताएं पूरी करने के एवज में आनलाइन पैसे मांगे। डेढ साल में पीड़ित ने ठगों के खाते में करीब 15 लाख रूपये जमा करवा दिए।
डीएसपी ठियोग कुलबिंद सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 420 व 34 के तहत केस दर्ज कर तफतीश की जा रही है।