सोलन: एशिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर जटोली में महा शिव रात्रि पर्व इस बार भी हर्षोउल्लास के साथ मनाया जाएगा इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु स्वामी परमहंस की तपोस्थली पवित्र गुफा के दर्शन करेंगे। शिवरात्रि के अवसर पर 21 फ़रवरी शुक्रवार रात्रि को विशाल संगीत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। 22 फरवरी शनिवार को प्रातः 9 बजे विशाल भंडारे का आयोजन होगा।
उत्तर भारत का सबसे ऊंचा मंदिर
जटोली शिव मंदिर मंदिर उत्तर भारत का सबसे ऊंचा मंदिर है। इसकी ऊंचाई 124 मीटर है। यह मंदिर कर्नाटक शैली में बनाया गया, जोकि जिला सोलन से सात किलोमीटर राजगढ़ रोड़ पर एकांत में हिमाचल के वनों के बीच स्थित है। जहां आते ही स्वर्ग की अनुभूति होती है, विचलित मन शांत हो जाता है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे भगवान शिव यहां खुद विराजमान हों। इस पवित्र स्थान पर स्वामी परमहंस ने अपने तपोबल से एक जल कुंड उत्पन्न किया, जिसका जल आज भी लोगों की मनोकामना पूर्ण कर रहा है। लाखों लोगों की इस विशाल शिव मंदिर और स्वामी संस्थापक ब्रह्मलीन कृष्णानंद परमहंस जी के समाधि स्थल पर अगाध श्रद्धा व अटूट विश्वास है।यहां आकर हर व्यक्ति शांति महसूस करता है। बाबा परमहंस एक गुफा में रहते थे।
जटोली मंदिर में पहले पानी की समस्या थी, गांव में पानी की कमी से पूरा सूखा पड़ा रहता था। लोगों को कई किलोमीटर चल कर पानी भरने जाना पड़ता था, तो यहां आए स्वामी कृष्ण चंद ने भगवान शिव की कठोर तपस्या की और त्रिशूल के प्रहार से जमीन में से पानी निकाल दिया, तब से लेकर अब तक जटोली में पानी की कोई समस्या नहीं हुई। साथ ही लोगों का यह अटूट विशवास है कि शिव की तपस्या के बाद बाबा ने पानी निकाला है। यह मंदिर शिव भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है।
यहां महाशिवरात्रि को भारी संख्या में शिव भक्त उमड़ते हैं। मंदिर दक्षिण-द्रविड़ शैली में बना है। मंदिर को बनने में ही करीब 39 साल का समय लगा है।सोलन शहर में स्थित जटोली मंदिर के पीछे मान्यता है कि पौराणिक समय में भगवान शिव यहां आए और कुछ समय यहां ठहरे थे। इसके बाद एक सिद्ध बाबा स्वामी कृष्णानंद परमहंस ने यहां आकर तपस्या की। उनके मार्गदर्शन और दिशा-निर्देश पर ही जटोली शिव मंदिर का निर्माण शुरू हुआ। मंदिर के कोने में स्वामी कृष्णानंद की गुफा है। यहां पर शिवलिंग स्थापित किया गया है। मंदिर का गुंबद 111 फुट ऊंचा है। इसी कारण ये एशिया का सबसे ऊंचा मंदिर है।
सोलन में शिव के है कई प्रसिद्ध शिवालय
जटोली शिव मंदिर के अलावा सोलन जिला में कई प्रसिद्ध शिव मंदिर है जहां महाशिवरात्रि पर शिव भगत दर्शन व् पूजा अर्चना को जुटते है। इसमें अर्की का लुटरू महादेव, मूटरु महादेव, सलोगड़ा शिव गुफा,शिव मंदिर पट्टे के मोड़, कयालर शिव गुफा, नर्सिग मंदिर सोलन, शिव ढांक गुफा शिव मंदिर आंजी सहित कई प्रसिद्ध शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजन होते है।