शिमला : हिमाचल प्रदेश के चार स्कूलों को अपने परिसरों को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए ग्रीन स्कूल अवार्ड से नवाजा गया है। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाली सेंटर फाॅर साइंस एंड एनवायरमेंट की महानिदेशक सुनीता नारायण ने बुधवार को देश के 172 स्कूलों को नई दिल्ली में इस पुरस्कार से सम्मानित किया। सीएसई ने स्कूलों की पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था के आधार पर अलग-अलग कैटेगरी में ये पुरस्कार प्रदान किए। हमीरपुर के हाई स्कूल डुग्घा को बेस्ट लैंड मैनेजमेंट की कैटेगरी में नवाजा गया। स्कूल परिसर को पर्यावरण की दृष्टि से सुंदर बनाने के लिए संवारने के लिए बच्चों के साथ अध्यापकों ने काफी मेहनत की और 70 तरह की प्रजातियों के पौधे लगाए।
अहम बात यह है कि स्कूल प्रबंधन ने इको क्लब भी गठित किया है, जिसका कार्य स्कूल परिसर को हरा-भरा रखना है। सोलन जिला के दो स्कूलों वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चायल तथा शिवालक वैली स्कूल को भी उल्लेखनीय कार्य के लिए ग्रीन स्कूल अवार्ड से नवाजा गया है। इन्हें चेंजमेकर स्कूल की कैटागिरी में अव्वल आंका गया। स्कूल परिसर को सुंदर व स्वच्छ रखने में इन दो स्कूलों के बच्चों व शिक्षकों ने बेहतरीन कार्य किया। इसी तरह वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कुज्जी हिमाचल प्रदेश को भी ग्रीन स्कूल अवार्ड से सम्मानित किया।
खास बात यह रही कि सरकारी स्कूल कुज्जी जिला सिरमौर ने पहली बार पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। ग्रीन स्कूल अवार्ड के चयन के लिए दिल्ली से आई एक टीम ने इस स्कूल का निरीक्षण किया था। सीएसई की तरफ से कहा गया है कि इन पुरस्कारों के लिए देश के 1704 स्कूलों ने आवेदन किया था। इनमें 172 स्कूल चयनित हुए। ये पुरस्कार हर साल पर्यावरण को ध्यान में रखकर किए गए उपायों के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल पर ध्यान रखने के लिए दिए जाते हैं।