राजगढ़: कोटली गांव के धर्मपाल व उनकी पत्नि संध्या ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनका बेटा निकेश दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की परेड में भाग लेगा। शनिवार को जब इनका बेटा निकेश दिल्ली से गणतंत्र परेड के उपरांत वापिस लौटा तो घर पर उत्सव का माहौल देखने को मिला। गांव पड़ोस के लोगों के अतिरिक्त रिश्तेदारों द्वारा धर्मपाल को उनके बेटे निकेश की इस उपलब्धि पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। हर माता-पिता का सपना होता है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर अच्छा मुकाम हासिल करे और जब बच्चे सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ना आरंभ कर देते है तो माता-पिता का हौसला कई गुना बढ़ जाता है।
बता दें कि निकेश वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में दसवीं कक्षा का छात्र है और एक साधारण अनुसूचित जाति परिवार से संबध रखते हैं। एनसीसी में बढ़-चढ़कर भाग लेने के फलस्वरूप इनका चयन गणतंत्र दिवस की परेड के लिए चयन समिति द्वारा किया गया था। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली परेड में किसी भी विद्यार्थी द्वारा भाग लेना एक बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाती है और प्रत्येक एनसीसी के उम्मीदवार का इस परेड में भाग लेना एक सपना होता है। एनसीसी प्रभारी सुशील राणा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश एनसीसी जूनियर डिवीजन की वन-एचपी ब्वॉयज बटालियन सोलन के अंतर्गत पांच एनसीसी कैडेटस का चयन हुआ था। जिनमें से 3 उम्मीदवार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय राजगढ़ से थे।
उन्होने बताया कि एनसीसी जूनियर डिवीजन में गणतंत्र दिवस परेड से पहले दिल्ली में एक सबसे बड़े शिविर का आयोजन किया जाता है। इस शिविर में भाग लेने के लिए प्रतिभागी को कठोर प्रशिक्षण व विभिन्न प्रतियोगिताओं से गुजरने के बाद परेड के लिए प्रतिभागी का चयन किया जाता है। एनसीसी कार्यालय सोलन द्वारा गत वर्ष के दौरान वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में विशेष शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें गणतंत्र दिवस परेड दिल्ली के लिए तीन उम्मीदवारों का चयन किया गया था ।
उन्होने बताया कि एनसीसी के चंडीगढ़ स्थित निदेशालय द्वारा चयनित उम्मीदवारों के लिए रोपड़ में विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के उम्मीदवारों ने भाग लिया। इसमें चार राज्य से केवल 17 उम्मीदवारों का चयन किया गया था।इसमें निकेश कुमार भी एक था। रोपड़ में प्रशिक्षण लेने के उपरांत सभी उम्मीदवारों को 28 दिसंबर को दिल्ली भेजा गया था, जहां पर इनका पूर्वाभ्यास करवाया गया। निकेश कुमार से जब इस बारे बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात का कभी आभास भी नहीं था कि वह दिल्ली में गणतंत्र परेड में भाग लेगें। उन्होने बताया कि उनकी एनसीसी की टीम द्वारा दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर देश भक्ति पर आधारित कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। उन्होने इस उपलब्धि का श्रेय अपने माता-पिता और एनसीसी प्रभारी सुशील राणा को दिया।
निकेश कुमार को कहना है कि गणतंत्र दिवस परेड से उन्हें देश भक्ति की प्रेरणा मिली है और अब इनका लक्ष्य पढ़ाई के उपरांत सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना है। इसके लिए पूरी लग्न व निष्ठा के साथ कड़ी मेहनत करेगें। निकेश के पिता धर्मपाल का कहना है कि उन्हें कभी इस बात का आभास भी नहीं हुआ कि उनका बेटा इतना प्रतिभावान है। निकेश को अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए परिवार की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा।