जंजैहली : देश व प्रदेश में पिछले कुछ सालों से मंचों से लेकर गलियारों में चर्चाओं तक केवल विकास का नारा गुंज रहा है। लेकिन यह विकास हो कहां रहा है, इसका जवाब पूरे प्रदेश को कहा जाता है। लेकिन सवाल उठते हैं कि प्रदेश के कई ग्रामीण हिस्से ऐसे भी हैं, जहां विकास तो दूर सड़क तक नहीं पंहुची है। बीमारी या अन्य स्थिति में लोगों को कई-कई किलोमीटर तक पैदल चलकर मुख्य सड़क तक पंहुचना पड़ता है। हैरानी, उस समय ओर बढ़ जाती है जब मामला मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र का आता है, जहां आज भी लोगों को सड़क के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
ताजा मामला सिराज विधानसभा क्षेत्र की ग्रांम पंचायत कलहनी के गांव घलियार में सामने आया है। यहां पेड़ से गिर जाने के बाद नारू देवी पत्नी नोखू राम को अस्पताल तक पंहुचाने के लिए ग्रामीणों को 2 घंटे तक पालकी में उठाकर पैदल ही चलना पड़ा, क्योंकि उक्त गांव में सड़क सुविधा ही नहीं है। भाटकी धार से कोली सभा के उपाध्यक्ष रतनलाल के अनुसार उक्त महिला अपने पशुओं के लिए घास-पत्ति काटने के लिए पेड़ पर चढ़ी थी, लेकिन अचानक पेड़ से गिर गई। जिसकी रीड की हड्डी टूट जाने के कारण उसे तुरंत मंडी ले जाना पड़ा, जहां उसका ऑपरेशन हुआ है।
क्या कहते हैं गांव के लोग
गांव के लालदास, काशी राम, भोप सिंह, डोला राम, दिल्ली राम, भाग सिंह, राजू राम, सिंघी राम सहित दर्जनों लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री व स्थानीय सिराज विधानसभा क्षेत्र के विधायक जयराम ठाकुर ने 2015 के दौरान उक्त अनुसूचित जाति के गांव घलियार का दौरा पैदल किया था। उन्होंने बताया था कि सड़क मार्ग कशिमलीधार से जैंशला तक कुछ ही समय में बन जाएगा। मगर 5 साल बीत गए आज तक उन्हें सड़क सुविधा नहीं मिली है, जिससे गांव के लोगों में भारी रोष है।
लोगों ने बताया कि जब भी उनके गांव में कोई घटना घटित होती है या फिर गांव में कोई हादसा हो जाता है तो उन्हें बहुत अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने अपने जनप्रतिनिधियों तथा नेताओं से कई बार इस सड़क मार्ग को बनाने का आग्रह किया, मगर उनकी समस्या को किसी ने नहीं सुना है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उक्त सड़क मार्ग को शीघ्र बनाने हेतू मांग की है।