सुंदरनगर: प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सरकारी डिपुओं पर प्याज उपलब्ध करवा दिया गया है। लेकिन अभी भी यह प्याज बाजार में महंगे दाम पर मिल रहा है जिस की बजह से जनता परेशांन है। जब प्याज की खरीद को लेकर मंडी के विभिन्न सरकारी डिपुओं में पड़ताल की गई तो पाया गया कि इस महंगे प्याज को खरीदने के लिए तैयार नहीं है।
हैरानी की बात यह है कि लगभग 140 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिकने वाले प्याज की कीमत बाजार में अब 40 से लेकर 50 रुपये हो चुकी है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि 64 रुपये प्रति किलो के हिसाब से राशन डिपुओं से महंगा प्याज कौन खरीदेगा। बता दें कि जयराम सरकार ने जनता को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सस्ते दामों पर प्याज उपलब्ध करवाने का वादा किया था। अब प्रदेश भर में राशन की उचित मूल्यों की दुकानों पर प्याज पहुंच भी गया है। लेकिन प्याज खरीदने की इस जदोजहद का खामियाजा सीधे तौर पर उपभोक्ताओं को झेलना पड़ रहा है।
डिपो में महंगा प्याज बिकने पर कारोबारियों ने भी इसके दाम बढ़ा दिए हैं। सरकार मान रही है कि जब से डिपो में प्याज उपलब्ध कराया गया है। तब से ही मंडी में प्याज के दाम घटे हैं। इससे साफ हो गया है कि कारोबारियों द्वारा प्याज की जाने वाली जमाखोरी के कारण उपभोक्ताओं के साथ प्रतिवर्ष एक घिनौना खेल खेला जा रहा है। वहीं प्याज के इस खेल को लेकर सुंदरनगर निवासी विनोद स्वरूप ने कहा कि हाल ही में 27 दिसंबर को प्रदेश सरकार ने अपने 2 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने पर सरकारी डिपुओं में सस्ता प्याज उपलब्ध करवाने की घोषणा की थी। लेकिन प्याज जनवरी के बीच में डिपो में पहुंचा है और 65 प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि बाजार में यही प्याज 40 से 45 रूपए प्रति किलो मिल रहा है। वे सरकार की नीतियों से बहुत हैरान है और सरकार द्वारा जनता के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। सरकार केे इस तरह के भद्दे मजाक से सरकार का ग्राफ नीचे गिरता जा रहा है। जनता और वोटर भी समझदार हो चुके हैं। सरकार इस तरह का भद्दा मजाक जनता के साथ मत करें। लोग अंदर ही अंदर सारी बातें समझते हैं। सरकार द्वारा की जा रही इस प्रकार की गतिविधियां माइनस पॉइंट में लेकर जा रही हैं।
राज्य नागरिक आपूर्ति निगम मंडी के क्षेत्रीय प्रबंधक खीमी राम से जब दूरभाष में माध्यम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी में 276 क्विंटल प्याज राशन डिपुओं में उपलब्ध करवा दिया गया था। इसमें से 209 क्विंटल प्याज उपभोक्ताओं को बेचा जा चुका है। खीमाराम ने कहा कि सरकारी डिपुओं में प्याज उपलब्ध होने के समय इसके रेट बाजार में अधिक थे,लेकिन हाल ही में बजार में प्याज के रेट कम हो गए हैं।