पावंटा साहिब : लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार ही नहीं, बल्कि अब सरल संस्कार व वेलफेयर सोसाइटी अंतिम इच्छा को पूरी करने में भी मददगार बनने लगी है। दरअसल हुआ यूं कि मुंबई के रहने वाले 61 वर्षीय प्रदीप चौहान ने दम तोड़ने से पहले इस बात की इच्छा जाहिर की थी कि उनका अंतिम संस्कार पावंटा साहिब में मां यमुना नदी के किनारे हो।
लिहाजा बेटा प्रणव चौहान अपने पिता की हर हाल में इच्छा पूरी करना चाहता था, उसे समझ नहीं आ रहा था कि देहरादून से अनजान कस्बे में वो कैसे व्यवस्था करेगा। इसी बीच प्रणव का संपर्क सोसाइटी के संस्थापक हेमंत शर्मा से हो गया। संस्था ने न केवल पार्थिव देह को देहरादून से पावंटा साहिब लाने की व्यवस्था की, बल्कि विधि विधान से अंतिम संस्कार करवाने में बेटे प्रणव की मदद भी की।
उल्लेखनीय है कि देश के कई राज्यों से आज भी कई लोग यमुना नदी में अस्थियां विसर्जन करने पहुंचते हैं।