शिमला : राजधानी में भारी बर्फबारी के कारण पिछले 30 घंटों से बंद पड़ी सड़कें अभी भी नहीं खुल पाई हैं। शहर की तमाम सम्पर्क व मुख्य सड़कें बुधवार की सुबह से अवरुद्ध हैं। कर्मचारियों, नोकरीपेशा लोगों को आज लगातार दूसरे दिन कई किलोमीटर पैदल चल कार्यालय पहुंचना पड़ा।
गुरुवार को मौसम खुलने पर प्रशासन ने जेसीबी की मदद से सड़कों पर पड़ी बर्फ को हटाने की कोशिश की लेकिन ज्यादा बर्फ होने के चलते विभाग को सफलता नहीं मिल पाई सड़कों पर से पूरी तरह से बर्फ नहीं हटाया जा सका। सड़कें बंद होने से लोगों को भारी परेशानी होने लगी है।
यहां तक कि चंडीगढ़, मंडी, बिलासपुर व कांगड़ा जाने वाले हाइवे भी सूने हैं। वहीं अप्पर शिमला के सभी क्षेत्रों का पिछले 5 दिनों से राजधानी से सम्पर्क कटा हुआ है। बर्फ़बारी थमने का बाद भी शहर में पेड़ धराशायी हो रहे हैं। रेलवे स्टेशन के पास आज एक पेड़ के सड़क पर गिरने से ओल्ड बस स्टैंड से न्यू बस स्टैंड सड़क बाधित है।
बता दें कि पिछले कल शिमला में एक फीट से भी अधिक बर्फबारी हुई मौसम के बदले मिज़ाज का सैलानियों ने खूब आनंद उठाया। लेकिन यहां रहने वालों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। शहर के कई इलाकों में बिजली सप्लाई बंद है, तो पेयजल आपूर्ति भी खासी प्रभावित हो चुकी हैं। शिमला के ऊपरी क्षेत्रो रोहड़ू, खड़ा पत्थर व चौपाल में तो हालात और भी खराब हैं। बर्फ़बारी की वजह से राज्य में 850 से अधिक सड़कें अवरुद्ध हैं। अकेले शिमला जिला में 500 सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है।
Latest
- 4 से 8 मई तक हिमाचल दौरे पर राष्ट्रपति, सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
- देश की सबसे बड़ी टेक्सटाइल कंपनी वर्धमान के VP बने मंडी के आकाश ठाकुर
- हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी सतपाल रायजादा पहुंचे बगलामुखी मंदिर
- कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार आनंद शर्मा प्रचार से पहले पहुंचे कालीबाड़ी मन्दिर
- पिछले वर्ष की तुलना में अप्रैल में कोयला उत्पादन में 7.41 % की वृद्धि दर्ज