हमीरपुर : उपमंडल भोरंज में वन विभाग द्वारा की गई बंदरों की गणना पूरी हो गई है। इससे भोरंज क्षेत्र में बंदरों की कुल संख्या 93 बताई गई हैं। गौरतलब है क मंडी, पांवटा साहिब, कांगड़ा, हमीरपुर जैसे क्षेत्रों में इन्होंने लोगों की नाक में दम करके रखा हुआ है। बंदरों की तादाद के लिहाज से हिमाचल को बेहद समृद्ध राज्य माना जाता है। राज्य का वन विभाग इस काम को अंजाम दे रहा है।
क्षेत्र में बंदर अलग-अलग जगहों पर पाए जाते हैं। जैसे जंगलों, शहरों, गांवों, मदिरों, सड़कों के इर्द-गिर्द। क्षेत्र में बंदर होने से दहशत का माहौल है। इसके साथ ही भोरंज की विभिन्न पंचायतों में बंदरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। उत्पाती बंदर दिनभर गलियों, मकान की छतों पर डेरा डाले रहते है। ग्रामीण क्षेत्र बंदरों की गणना वन विभाग की टीम ने की है। बंदरो की गिनती 2004 में पहले शुरू हुई थी। तब हिमाचल इनकी संख्या लगभग सवा तीन लाख से कुछ कम पाई गई थी। हालांकि 2013 की गणना में इनकी तादाद घटी। तब ये हिमाचल में सवा दो लाख से कुछ ज्यादा थे।
जानकारी के अनुसार वन विभाग की गणना पंचायत व महिला मंडल के प्रतिनिधियों के सहयोग हुई है। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भरेड़ी वन ब्लॉक में भरेड़ी बीट में निल, बडियाणा बीट में 18, बडैहर बीट में 32, भ्याड़ बीट में 43 व नगरोटा बीट में शून्य व भरेड़ी वन ब्लॉक में कुल 93 बंदर हैं।
उधर, वन खंड अधिकारी जगत राम ने बताया कि वन खंड क्षेत्र भरेड़ी में 93 गणना में दर्ज हुए हैं। विभाग द्वारा पांच वर्ष बाद गणना करवाई जाती है और समय-समय पर बंदरों की नसबंदी भी। गणना से उनकी संख्या का पता चलता है कि वह कम हो रही है या बढ़ रही है।