नाहन : अवैध कब्जा धारियों के कब्जों को नगर परिषद ने माननीय उच्च न्यायालय के सख्त निर्देशों के बाद तोडऩे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वीरवार को नगर परिषद के अधिकारियों के साथ जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने दल-बल के साथ अवैध कब्जा धारियों के मकान तोडऩे शुरू किए। नगर परिषद ने कार्रवाई करते हुए केवल चार-पांच अवैध कब्जा धारियों के मकान व दिवारें गिराई।
करीब 150 लोगों की टास्क फाॅर्स के साथ नगर परिषद ने सबसे पहला अवैध निर्माण अमरपुर मोहल्ले में गिराया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल के अलावा लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, रेवेन्यू डिपार्टमेंट की ओर से तहसीलदार नारायण चौहान, डीएसपी परम देव, प्रोबेशन डीएसपी के अलावा एसएचओ सदर थाना नाहन मानविंद्र ठाकुर व नगर परिषद के एसडीओ परवेज इकबाल मुख्य रुप से उपस्थित रहे। हालांकि अवैध निर्माण तोडऩे के दौरान कुछ लोगों के विरोध स्वर भी बोलते दिखे। मगर भारी बल के सामने वह बोने ही साबित हुए।
वीरवार को यहां पर हुई कार्रवाई
वीरवार को नगर परिषद् के तीसरे राउंड में करीब आधा दर्जन अवैध कब्जा धारियों पर अपनी गाज गिराई। इस दौरान मोहल्ला अमरपुर वार्ड नंबर-3 निवासी सुनीता देवी पत्नी रमेश चंद, अमरपुर मोहल्ला निवासी धनपता देवी पत्नी प्यारा लाल, शिव मंदरि अमरपुर मोहल्ला निवासी लाल सिंह पुत्र भंगा सिंह, मोहल्ला अमरपुर निवासी रवि दर्शन पुत्र दसोंधी राम के यहां पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बता दें कि वीरवार की कार्रवाई के दौरान नगर परिषद ने 26 अवैध मामले तोडऩे की लिस्ट बनाई थी।
मगर नगर परिषद ने केवल चार-पांच मामलों पर ही कार्रवाई को अंजाम दिया। बड़ी बात तो यह है कि अवैध कब्जे गिराए जाने के दौरान जिला प्रशासन की ओर से डीसी डॉ. आरके परुथी व एसपी अजय कृष्ण शर्मा बकायदा इन सारे मामले की पल-पल की जानकारियां प्राप्त कर रहे थे। बता दें कि माननीय उच्च न्यायालय हिमाचल प्रदेश ने नगर परिषद नाहन को 9 जनवरी तक सभी कब्जों को हटाए जाने की रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं। बताया जा रहा है कि नगर परिषद पांच दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक कार्रवाई को जारी रखेेगी। जिसके बाद 9 जनवरी को अदालत में रिपोर्ट पेश की जाएगी।
रोते-बिलखते रहे लोग
वीरवार को शुरू हुई नगर परिषद की अवैध निर्माण तोडऩे की कार्रवाई के दौरा जिन लोगों केे आशियाने तोडे गए वह रोते-बिलखते रहे। शिव मंदिर अमरपुर मोहल्ले के पास स्थित एक बीपीएल परिवार की अवैध दिवार तो तोड़ा जा रहा है। रोती-बिलखती महिला ने कहा कि हम बीपीएल परिवार से हैं। गरीबी रेखा से नीचे हैं। पहले सरकार ने हमें घर बनाने के लिए बोला, बाद में उसे तोडऩे के लिए आ गए। यह कैसे इंसाफ है। उन्होंने पड़ोस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि पड़ोस में भी अवैध कब्जे हुए हैं, उन्हें तो नहीं तोड़ा जा रहा है। गरीबों पर ही क्यों कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर नगर परिषद हम पर कार्रवाई कर रही है तो उनके उपर भी कार्रवाई करें।