धर्मशाला: अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा राघव शर्मा ने जिला के बैंकों को सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र लोगों को ऋण देने में उदारता दिखाने को कहा है। उन्होंने बैंको से सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत जनहित के कार्यों में सहयोग का आग्रह किया। राघव शर्मा आज उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित कांगड़ा जिला के बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा समिति की सितम्बर, 2019 तिमाही बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला कांगड़ा के सभी बैंकों को तय समयावधि में अपने निर्धारित लक्ष्य पूरा करने को कहा।
उन्होंने कहा कि किसानों, बागवानों तथा जरूरतमंदों की सहायता में बैंक जिला प्रशासन का सक्रिय रूप से सहयोग करें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन बैंकों की हर प्रकार की सहायता के लिए हमेशा तत्पर है। इस पर बैंक अधिकारियों ने उन्हें संबंधित संस्थानों की ओर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। एडीसी ने सभी बैंकों की उपलब्धियों की सराहना की तथा उन्हें अपने लक्ष्य पूरे करने को कहा। उन्होंने जिले में विभिन्न विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी विभागों से मिल-जुलकर कार्य करने के लिए कहा।
उन्होंने ऋण जमा अनुपात की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए सभी बैंकों को ऋण जमा अनुपात को बढ़ाने के दिशा-निर्देश दिए तथा बैंकों को ग्राहकों के प्रति संवदेनशीलता दिखाने के लिए कहा। उन्होंने बैंकरों को जनमंच प्रोग्राम के बारे में भी जानकारी दी और उसके लिए उचित कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बैंक स्कीमों के प्रति जागरूकता अभियान आयोजित करें। ताकि अधिक से अधिक लोगों को इन स्कीमों का लाभ मिल सके। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत अपूर्ण ऋण मामलों का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने 22 दिसम्बर को आयोजित होने वाले जनमंच कार्यक्रम में जागरूकता शिविर लगाने को कहा ताकि किसानों को कृषि के लिए ऋण उपलब्ध हो सकेें। भारतीय रिजर्व बैंक के एलडीओ स्वर ग्रोवर ने अपने सम्बोधन में बैंकों को अधिक से अधिक वित्तीय जागरूकता कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिए। ताकि लोगों को बैंको द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी हासिल हो सके। उन्होंने बैंको को ऋण जमा अनुपात, जो इस समय 24.55 प्रतिशत है में सुधार लाने के दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में पंजाब नेशनल बैंक के उपमंडल प्रमुख संजीव शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए बताया कि कांगड़ा जिले के बैंकों ने वार्षिक ऋण योजना 2019-20 के अंतर्गत 2449 करोड़ रुपये के एवज में 1481.77 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।
उन्होंने बताया कि विभिन्न बैंकों के पास लोगों के 27254.57 करोड़ रुपये जमा हैं तथा बैंकों ने लोगों को सितम्बर 2019 तक की अवधि में 6689.75 करोड़ रुपये तक के ऋण वितरित किए हैं। जिला अग्रणी मुख्य प्रबंधक हरविंदर सिंह ने बैठक का संचालन किया तथा सभी बैंकों के तरफ से आश्वस्त किया की इस वर्ष 2019-20 में ऋण जमा अनुपात को सुधारने का पूरा प्रयास किया जायेगा। बैठक में नाबार्ड के डीडीएम अरुण कुमार खन्ना, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र राजेश शर्मा बैंकों के समन्वयक तथा विभिन्न सरकारी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे।