संगड़ाह : उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह में बंद हुई शराब की सरकारी दुकान पर मंगलवार से एक बार फिर शराब की बिक्री शुरू हो चुकी है। साढ़े तीन दशक से यहां चल रहे शराब के ठेके को जनवादी महिला समिति से जुड़ी महिलाओं के विरोध प्रदर्शनों के बाद विगत 31 मार्च को बंद कर दिया गया था। महिला समिति की राज्य अध्यक्ष संतोष कपूर के नेतृत्व में आस-पास के गांवों की महिलाओं द्वारा वर्ष 2017 के बाद इस साल गत 9 जनवरी व 18 फरवरी को संगड़ाह में विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय एसडीएम को भी शराब बंदी को लेकर ज्ञापन सौंपे गए थे।
महिलाओं का प्रतिनिधिमंडल इस बारे उपायुक्त सिरमौर से भी मिला था। विभाग के अनुसार उपमंडल मुख्यालय पर स्थित इस ठेके के बंद होने के बाद संगड़ाह कस्बे तथा आस-पास के गांवों में बाहरी क्षेत्रों की अवैध शराब बिकना शुरू हो गई थी। स्थानीय पुलिस द्वारा ठेका बंद होने के दौरान जहां क्षेत्र में अवैध शराब बेचने वाले आधे दर्जन लोगों पर मामले दर्ज किए गए। वहीं गत दिनों रेडली की महिलाओं द्वारा पंचायतों में अवैध व कच्ची शराब बिकने की लिखित शिकायत एसडीएम संगड़ाह से की गई थी। जानकारी के मुताबिक संगड़ाह में शराब की दुकान से जहां विभाग अथवा सरकार को सालाना 70 लाख का राजस्व प्राप्त हो रहा था। वहीं पंचायत को भी आमदनी हो रही थी।
विभाग के अनुसार इस आगामी मार्च माह तक उक्त ठेका चलाने के लिए इस बार मात्र तीन लाख के करीब की राशि ली गई है। इससे पूर्व हालांकि यहां केवल अंग्रेजी शराब बेचने की ही अनुमति थी। मगर अब सस्ती देसी बिक्री भी शुरू हो चुकी है। शराब का ठेका शुरू होने से जहां आबकारी एवं कराधान विभाग तथा पंचायत की आमदनी फिर से शुरू हो जाएगी। वहीं क्षेत्र के साधन संपन्न व लाल परी के शौकीन लोगों को शादियों, पार्टी अथवा समारोह के लिए अवैध तथा महंगी शराब खरीदने से निजात मिलेगी। आबकारी एवं कराधान विभाग के ईटीओ ज्योति स्वरूप ने कहा कि, संबंधित रिपोर्ट के बाद संगड़ाह में आगामी मार्च माह तक के लिए शराब की दुकान फिर से शुरू हो चुकी है।