बद्दी (एमबीएम न्यूज): प्रदेश के नॉमी फार्मास्यूटिकल उद्योग टोरेंट फार्मा ने कुछ माह पूर्व उद्योग से 12 कामगारों को सस्पेंड कर दिया। कामगारों का कसूर था कि वह कामगारों की एक बुलंद आवाज के लिए एक यूनियन का गठन कर रहे थे। कामगारों ने जब मांगों सबंधित वार्तालाप प्रबंधकों के साथ किया तो प्रबंधकों ने उन्हें चुनौती दे डाली जो करना है करो मांगें नहीं मानी जाएंगी।
कंपनी प्रबंधकों ने यूनियन के सभी 12 चिन्हित कामगारों को सस्पेंड कर दिया और उन पर डोमेस्टिक इन्क्वायरी बिठा दी। मामला अब 12 कामगारों के रोजगार है, कामगारों ने बीते करीब 10 वर्षों से टोरेंट फार्मा उद्योग में अपनी सेवाएं दीं लेकिन जब उन्होंने कामगारों की आवाज प्रबंधकों के सामने उठाई तो उन्हें प्रबंधकों ने चिन्हित कर सस्पेंड कर दिया। कामगारों का यह समुह अब आगामी 12 अक्तूबर को अनशन हड़ताल पर बैठने का फैसला ले चुका है। इसकी एक शिकायत कामगारों ने मु यमंत्री, प्रधानमंत्री, श्रम विभाग व अन्य संबधित अधिकारियों को भेज दी है।
उद्योग ने इनहें निकाला
टोरेंट फार्मा उद्योग करीब पिछले पांच व दस वर्षों तक सेवाएं देने के बाद उद्योग प्रबंधकों ने यूनियन प्रधान प्रेम सिंह, उप प्रधान प्रमिल शर्मा, रमेश कुमार, नीरज कुमार, धर्मपाल, प्रदीप कुमार, मान सिंह, पवन कुमार, संजय, नरेश, अमित और केहर सिंह को नौकरी से सस्पेंड कर दिया। 12 कामगार अब बीते छह माह से इधर उधर धक्के खाने को मजबूर हो चुके हैं। कामगारों ने बताया कि वह पिछले छह महीने से कंपनी की तथाकथित डोमेस्टिक इंन्क्वायरी में शामिल हो रहे हैं। उद्योग प्रबंधक उन्हें बेवजह भटकाने में लगे हुए हैं। डोमेस्टिक इंक्वायरी उद्योग गेट के भीतर होनी चाहिए लेकिन वह जानबूझ कर इसे चंडीगढ़ में कर रहे हैं।
इंटक चेयरमैन हरदीप बावा ने दिया था आश्वासन
इंटक के प्रदेशाध्यक्ष हरदीप बाबा की यूनियन से पंजीकृत टोरेंट फार्मास्यूटिकल की कामगार यूनियन ने जब अपनी मांगों को इंटक के प्रदेशाध्यक्ष के समक्ष रखा तो हरदीप बावा ने उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द ही उद्योग में वापस उनके काम पर ले लिया जाएगा। कामगारों ने कहा कि अब तक छह माह बीत चुके हैं मगर उद्योग प्रबंधन उन्हें काम पर वापस लेने को सहमत नहीं है।
कामगारों का कहना है कि वह अपनी माफी नामा भी उद्योग को देना चाह रहे थे लेकिन उन्हें इससे भी इंकार कर दिया। कामगारों प्रेम सिंह, प्रमिल शर्मा व नीरज कुमार ने कहा कि वह आगामी 11 अक्तूबर को उद्योग गेट पर अनशन करने जा रहे हैं। इसमें उद्योग के करीब 300 से अधिक कामगार भी उनके साथ देने को तैयार हैं।
उधर, उद्योग के असिस्टेंट जनरल मैनेजर उमेश दूबे ने कहा कि उद्योग से सस्पेंड किए गए कामगारों पर जांच बिठाई गई है। जब तक जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं होती वह उन्हें अंदर नहीं लेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह उद्योग के कामगारों पर बेवजह प्रैशर बनाने में लगे हुए हैं जो गलत है।