ऊना : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एसएसआरवीएम स्कूल में चल रहे 40वें प्रांत अधिवेशन के दूसरे दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील अंबेडकर, प्रांत मंत्री राहुल राणा सहित अन्य उपस्थित रहे। हिमाचल प्रांत के प्रांत अध्यक्ष डॉ. सुनील ठाकुर ने पुष्पगुच्छ देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
प्रांत मंत्री राहुल राणा ने विशिष्ट अतिथि विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील अंबेडकर का स्वागत किया। विद्यार्थी परिषद के 40वें प्रांत अधिवेशन का उद्घाटन अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन के साथ किया। स्वागत समिति के अध्यक्ष आरएम शर्मा ने स्वागत भाषण में प्रदेश भर से आए हुए कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। इस अवसर पर एबीवीपी का सोशल मीडिया सांग भी लांच किया गया। आजादी के बाद आरएसएस के मार्ग दर्शन में 9 जुलाई 1949 में एबीवीपी की स्थापना हुई। पहले तो कॉलेजों में ही एबीवीपी को जानते थे। उन्होंने कहा कि जब हम याद करते है तो सुनील उपाध्याय का भी नाम आता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौभाग्य की बात है कि भारत को देखने का नजरिया दुनिया में बदला है। जम्मू से धारा-370 हटाई गई। आज एक देश एक ध्वज है। उन्होंने कहा कि हमें प्रसन्नता है कि एबीवीपी एक संगठन नहीं आंदोलन है। सुनील अंबेडकर राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि एबीवीपी हिमाचल में अच्छी तरह काम कर रही है। उन्होंने कहा कि जब देश को आजादी नहीं मिली थी और आंदोलन चल रहा था। उस समय विद्यार्थियों की भूमिका थी।
आजादी के समय विद्यार्थियों के हाथ में देशभक्ति की मशाल थी। जहां कुछ लोग इस मशाल को बुझाने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एबीवीपी ने पिछले 70 वर्षों में हर विद्यार्थी के दिल में मशाल जलाने का काम किया है। आज एबीवीपी देश का ही नहीं अपीतु विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। वहीं सुनील अंबेडकर ने कहा कि विद्यार्थी परिषद विद्यार्थियों के बीच काम कर रही है। वन्दे मातरम की यह मशाल हर जगह पहुंची है। उन्होंने कहा कि आज देश मे बहुत सारी बातों के साथ नई राष्ट्रीय नीति की भी बाते चल रही हैं।