सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया। जिसमें 85 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के एमओयू साइन हुए हैं। अब सरकार के सामने निवेश के साइन हुए एमओयू के अनुसार हिमाचल की जमीन पर उद्योगों को स्थापित करने की चुनौती है। वहीं बीबीएमबी ने भी धर्मशाला में हुई ‘ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट’ के दौरान मंडी के बग्गी में 40 मेगावाट विद्युत गृह के अधिष्ठापन के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ एसओयू पर हस्ताक्षर किए।
एमओयू पर बीबीएमबी के चेयरमैन डीके शर्मा, सचिव तरूण अग्रवाल और हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से मानसी सहाय ठाकुर, निदेशक ऊर्जा विभाग द्वारा हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना विद्युत हिमाचल प्रदेश सरकार, अनिरूद्ध कुमार संयुक्त सचिव हाइड्रो भारत सरकार और हरमिन्दर सिंह चुग सदस्य विद्युत, बीबीएमबी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर डीके शर्मा ने बताया कि 40 मेगावाट बग्गी विद्युत गृह को बीबीएमबी द्वारा पंडोह बग्गी सुरंग की टेल पर 350 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत और 4 वर्ष की परियोजना पूर्ण करने की अवधि के साथ निष्पादित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह एसओयू अत्यंत महत्वपूर्ण और अहम है। क्योंकि बीएसएल परियोजना के पूरा होने के लगभग 40 वर्ष बाद इस पर हस्ताक्षार किए जा सके हैं। बीबीएमबी के सभी भागीदार राज्यों की सहमति के बाद 22 अक्तूबर, 2019 को भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा बीबीएमबी को परियोजना सौंपी गई। हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ यह एमओयू बीबीएमबी को हिमाचल प्रदेश में उक्त उल्लेखित परियोजना को स्थापित करने में सुविधा प्रदान करेगा।
बीबीएमबी को राज्य सरकार की लागू प्रोत्साहन नियमों और नीतियों के अनुसार सबसिडी/प्रोत्साहन का हकदार बनाएगा। एमओयू पर हस्ताक्ष्रर होने के बाद डीके शर्मा के साथ हरमिन्दर सिंह चुग सदस्य विद्युत और तरूण अग्रवाल सचिव बीबीएमबी ने हिमाचल सीएम जयराम ठाकुर के साथ मुलाकात की। सीएम जयराम ठाकुर ने बीबीएमबी को इस परियोजना को 3 वर्षों में समयबद्ध तरीके से पूरा करने के आदेश दिए। जिस पर बीबीएमबी द्वारा परियोजना को पूरा करने का आश्वासन दिया गया।