सुंदरनगर: प्रदेश में इन दिनों नदी व नालों में बेरोकटोक मलबा डंप कर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सुप्रीम कोर्ट के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाना जारी है। ताजा मामला ग्राम पंचायत अरठी में सामने आया है। जहां नियमों को ताक पर रखकर प्राकृतिक नाले में मलबा डंप कर इसके वजूद को ही खत्म किया जा रहा है। सुंदरनगर-चाह का डोहरा सड़क मार्ग पर स्थित गांव पुंघडू में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रतिदिन टीपरों की मदद से मलबा लाकर नाले में फैंका जा रहा है और मौके पर जेसीबी मशीन की सहायता से उसे समतल किया जा रहा है।
मौके से बिजली की हाई टेंशन तारें गुजरती हैं। तारें नाले में मलबे के ढेर के साथ लगभग छूने ही वाली हैं। इस कारण मौके पर कभी भी कोई बड़ा हादसा सामने आ सकता है। मौके पर मलबे के कारण सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ हो गया है, जिस कारण दोपहिया चालकों का इस सड़क मार्ग से गुजरना दुर्भर हो गया है। हैरानी की बात यह है कि इस प्रकार से नियमों को दरकिनार कर प्रशासन के नाक के नीचे अवैध डंपिंग का कार्य जारी है।
मामले को लेकर स्थानीय निवासी रूपेश उपाध्याय ने कहा कि सुंदरनगर से चाह का डोहरा मार्ग पर कुछ अज्ञात लोगों के द्वारा बिजली के ट्रांसफार्मर के साथ लगते नाले में मिट्टी डंप की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसकी वजह से नाला पूरी तरह से ब्लॉक हो चुका है। मिट्टी इस तरह से डंप की गई है जो एचटी लाइनों को छू रही है। उन्होंने कहा मौके पर कभी भी कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है। रूपेश ने कहा इस वजह से यहां के स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जो भी लोग इस काम में शामिल है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और नाले की सफाई करवाई जाए। वन विभाग भी मामले को लेकर सक्रिय हो।