नाहन : पच्छाद के उप चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दयाल प्यारी ने 21.56 प्रतिशत मत हासिल कर हर किसी को अचंभित किया है, क्योंकि दयाल प्यारी के मैदान में उतरने के बाद यह भ्रम भी था कि आजाद उम्मीदवार सम्मानजनक वोट हासिल नहीं कर सकता है। अगर वोट प्रतिशतता की बात करें तो बीजेपी को पूरी ताकत झौंकने के बाद 40.8 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं, जबकि कांग्रेस 35.72 पर सिमटी। दयाल प्यारी की झोली में 21.5 प्रतिषत मत आए।
हालांकि भाजपा ने प्यारी के दुलार को लेने के लिए हर हथकंडा अपनाया, लेकिन वो एक बाजीगर की तरह सत्तारुढ़ राजनीतिक दल के हाथ से फिसल गई। दिलचस्प बात यह है कि शैक्षणिक संस्थानों में दाखिला हासिल करने के लिए उम्मीदवार को 90 फीसदी से ऊपर ही रहना होता है, लेकिन भाजपा प्रत्याशी को महज 40.8 प्रतिशत से ही विधानसभा में एंट्री मिली है। गौरतलब है कि वीरवार दोपहर को आए नतीजे में बीजेपी, कांग्रेस, दयाल प्यारी को क्रमश: 22,167, 19,359 व 11,698 मत हासिल हुए हैं।
चुनावी नतीजों में दिलचस्प बात यह है कि नारी शक्ति ने हलके में अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। यह अलग बात है कि विधानसभा क्षेत्र को एक युवा विधायक के तौर पर महिला ही मिली है। इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर दयाल प्यारी कांग्रेस या भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही होती तो नतीजा क्या हो सकता था।
दीगर बात यह भी है कि जिला परिषद की चेयरपर्सन रहने के दौरान भी कांग्रेस सत्ता में आने के बाद उन्हें पद से हटाने में कामयाब नहीं रही थी। कुल मिलाकर यह बात राजनीतिक हलकों में खासी चर्चा का विषय है कि चुनाव हारने के बावजूद भी दयाल प्यारी एक बाजीगर की तरह उभरी हैं। दीगर है कि 9 राऊंड के मतों के बाद अब पोस्टल बैलेट जुड़ने के बाद मतों की संख्या का अंतिम आंकड़ा इस खबर में सम्मिलित किया गया है।