पांवटा साहिब: सोमवार को 15वें दिन पांवटा साहिब-शिलाई हाईवे को हल्के वाहनों व बसों के लिए बहाल कर लिया गया है। इतने लंबे समय तक हाईवे के अवरुद्ध रहने के कारण लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता ही जा रहा था। 13 अक्तूबर की सुबह कच्ची ढांग के समीप लगभग 200 मीटर का हिस्सा धंस गया। मौके पर गहरी खाई बन गई। इस दौरान पैदल भी हाईवे को पार करना आसान नहीं था।
चंद रोज से सरकार से हाईवे को बंद होने को लेकर खासी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि माईनिंग क्षेत्र में आवाजाही प्रभावित होने की वजह से रॉयल्टी का सरकार को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। दिवाली नजदीक होने की वजह से लोग खरीददारी करने के लिए भी नहीं निकल पा रहे थे। साथ ही कारोबारी निचले क्षेत्र से सामान की ढुलाई नहीं कर पा रहे थे।
हालांकि गिरि नदी से वैकल्पिक मार्ग बनाया गया, लेकिन इससे भी नेशनल हाईवे विंग को किरकिरी का सामना करना पड़ा, क्योंकि सुचारू व्यवस्था न होने के कारण गिरिनदी में ही जाम लग रहा था। बताया यह भी जा रहा है कि कुछ रोज तक हाईवे के इस हिस्से पर निगरानी रखी जाएगी, ताकि यह पता चलाया जा सके कि दोबारा इसके धंसने की संभावना तो नहीं है। इस तथ्य को सुनिश्चित करने के बाद ही लोडिड ट्रकों को गुजरने की हरी झंडी दी जा सकती है।