धर्मशाला: धर्मशाला उपचुनाव के आख़िरी दो दिनों में भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताक़त झोंक दी है। अपने उम्मीदवारों की जीत तय करने के लिए दोनों दलों के प्रमुख नेता धर्मशाला पहुँच गए हैं। 19 अक्तूबर को सायं चुनाव प्रचार थमने से पूर्व चुनावी बुखार सिर चढ़कर बोल रहा है। चुनाव प्रचार के चलते दोनों पार्टियों के समर्थक लोगों को रिझाने के लिए डोर टू डोर अभियान चला रहे है। पार्टी हाईकमानों ने अपने विधायकों, पूर्व विधायकों व अन्य पार्टी पदाधिकारियों को भी डोर टू डोर अभियानों में शामिल कर दिया है।
कांग्रेस की तरफ़ से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बाद धर्मशाला में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप ने भी डेरा डाल दिया है। राठौर पांच दिन तक धर्मशाला में रहेंगे। समन्वय समिति की बैठक में राठौर ने कांगड़ा-चंबा लोकसभा क्षेत्र के विधायकों और पूर्व विधायकों को बूथ लेवल पर जिम्मेदारियां सौंप दी हैं। उन्होंने नाराज कांग्रेसियों को जिम्मेदारियां सौंप कर एकजुटता का कार्ड खेला है। सुधीर शर्मा और जीएस बाली की गैर मौजूदगी का कांग्रेस को नुकसान न हो, इसके लिए राठौर ने पूर्व मंत्री की टीम से कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करवाने के लिए अपने दूत छोड़ दिए हैं।
राज्यसभा सांसद विप्लव ठाकुर को चुनाव प्रभारी बनाने से कुछ बड़े नेता भी नाराज बताए जा रहे हैं। उधर, राठौर के बाद कांग्रेस नेत्री आशा कुमारी ने भी धर्मशाला में डेरा डाल दिया है। कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच उपचुनाव के बहाने मिशन 2022 में बड़ी कुर्सी हथियाने के लिए लॉबिंग भी साथ-साथ चल रही है। भाजपा ने भी धर्मशाला में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांगड़ा जिले के तीनों मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतारा गया है। कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के विधायक और पूर्व विधायकों को बूथ लेवल पर जीत की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल धर्मशाला में प्रचार में पूरी तरह से उतर चुके हैं।
धर्मशाला में पहली बार विस उपचुनाव धर्मशाला उपचुनाव में 21 अक्तूबर को कुल 81,074 मतदाता उपचुनाव के माध्यम से अपना प्रतिनिधि चुनेंगे। इनमें 41,017 पुरुष व 40,057 महिला मतदाता और 848 सर्विस वोटर शामिल हैं। निर्वाचन आयोग उपचुनाव के लिए कुल 89 मतदान केंद्र स्थापित करेगा। इनमें 47 शहरी व 41 ग्रामीण मतदान केंद्र होंगे। एक आक्सलरी मतदान केंद्र भी बनाया जाएगा। साथ ही 2 महिला मतदान केंद्र होंगे जिनमें समूची व्यवस्था महिला कर्मचारी संभालेंगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि जिला निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव के सभी प्रबंध पूरे कर लिए हैं। उपचुनाव के लिए 2 सैक्टर मैजिस्ट्रेट व 8 सैक्टर ऑफिसर तैनात किए किए गए हैं। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव के लिए 20 नोडल अधिकारी भी तैनात किए गये हैं।