मंडी : कीतरपुर-मनाली फोरलेन में अधिग्रहित किए जाने वाले भवनों का मूल्यांकन जल्द करने के निर्देश डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने जारी किए हैं। डीसी ने यह आदेश आज फोरलेन परियोजना के तहत गठित जिला स्तरीय शिकायत निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जारी किए। उन्होंने कहा कि फोरलेन निर्माण के लिए जमीनों का अधिग्रहण तो कर लिया गया है।
उसका मुआवजा भी प्रभावितों को दिया जा चुका है। लेकिन जहां पर भवन बने हैं और उन्हें तोड़ा जाना है उनका मूल्यांकन अभी नहीं हो पाया है। इसलिए उन्होंने ऐसे मामलों की सूची एनएचएआई के अधिकारियों को जल्द से जल्द जिला प्रशासन को सौंपने को कहा। ताकि इस प्रोसेस को जल्द शुरू किया जा सके।
डीसी ने फोरलेन निर्माण के तहत आने वाले इलाकों के संबंधित एसडीएम को प्रभावित क्षेत्रों की सभी पंचायतों में जाकर प्रभावितों के साथ बैठकें करने और उनकी समस्याओं को सुनने के निर्देश भी जारी किए। साथ ही लोगों से उनके क्षेत्रों में बने रास्तों, हैंडपंप, नालियों, कूहलों, कुएं आदि के बंद होने की विस्तृत रिपोर्ट बनाने को भी कहा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावितों की समस्याओं का जल्द से जल्द निपटारा किया जाए। जिला स्तरीय समिति की बैठक हर महीने आयोजित की जाएगी। उसमें मौजूदा बैठक के दौरान कही गई बातों का रिव्यू भी होगा। बैठक में एडीएम श्रवण मांटा, कार्यकारी एसडीएम सदर संजय कुमार, एसडीएम बल्ह डॉ. आशीष शर्मा, एसडीएम सुंदरनगर राहुल चैहान, एनएचएआई के अधिकारी, फोरलेन संघर्ष समिति (नागचला से बजौरा) के अध्यक्ष ब्रिजेश महंत, फोरलेन संयुक्त संघर्ष समिति (किरतपुर से नेरचैक) के अध्यक्ष जोगिंदर वालिया, फोरलेन संघर्ष समिति के महासचिव धर्मेंद्र ठाकुर, व्यापार मंडल के सचिव विजय ठाकुर सहित फोरलेन संघर्ष समिति के अन्य पदाधिकारी पंडोह से पवन कुमार, जड़ोल से राजकुमार, महंत चैधरी, निखिल शर्मा सहित अन्य सदस्य व परियोजना में कार्यरत कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।