मंडी : देश भर में आम लोगों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों को आपदा से निपटने के लिए समर्थ अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिला में भी फायर सेफ्टी पर उपायुक्त कार्यालय मंडी में एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त कार्यालय में सुबह लगभग 10 बजे चौथी मंजिल पर आग लगने का दृश्य बनाया गया। इस दौरान लगभग 200 कर्मचारियों में से ज्यादातर तो कार्यालय से बाहर निकल आए। लेकिन कुछ कर्मचारी आग के कारण धुआं होने से बाहर नहीं आ सके। करीब एक घंटे में फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची व आग के कारण फंसे हुए कर्मचारियों को बाहर निकाला गया।
फायर कर्मचारियों ने लगभग 30 मिनट में आग पर काबू पाया और कार्यालय के अंदर फंसे हुए कर्मचारियों को सकुशल बाहर निकाला। स्थिती पर स्वयं डीसी मंडी ने मोर्चा संभाला और पुरी निगरानी के साथ सभी जानकारियों को जुटाया। इस मॉक ड्रिल के उपरांत उपायुक्त कार्यालय के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को आग लगने की घटनाओं से निपटने के गुर भी सिखाए गए। इसके साथ ही कर्मचारियों को फायर लगने के समय बरतने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया गया।
फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने इस दौरान कर्मचारियों को अग्निशामक यंत्रों को प्रयोग करने के बारे में भी अहम जानकारी दी गई। फायर सेफ्टी पर आयोजित इस मॉक ड्रिल में उपायुक्त कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया और दी गई जानकारी को हासिल किया। इस मौके पर उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि समर्थ के तहत इस मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
जिसका मुख्य उद्देश्य सभी को किसी भी आपदा के लिए तैयार करना है। उन्होने बताया कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल के माध्यम से यह समझने का मौका मिलता है कि हम आने वाली किसी भी आपदा के लिए कितने तैयार हैं। उन्होने बताया कि फायर सेफ्टी पर मॉक ड्रिल पुरे जिला में विभिन्न सरकारी दफ्तरों में आयोजित की गई।