सुंदरनगर : 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश भर में स्वछता को लेकर जगह जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए और सफाई अभियान भी चलाया गया, लेकिन नगर परिषद सुंदरनगर के तहत आने वाले बीबीएमबी एरिया में स्वच्छता को लेकर गंभीरता की पोल दो दिन बाद ही खुल गई है। 2 अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर बीबीएमबी सुंदरनगर द्वारा जगह जगह सफाई की गई और क्षेत्र को चकाचौंध बनाया गया। लेकिन इन विभिन्न कार्यक्रमों के नतीजों को अगले दो ही दिन में धरातल पर धराशायी होता देखा गया।
गांधी जयंती बीतने के दो दिन बाद ही नरेश चौक पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाया गए शौचालय में गंदगी का अम्बार दिखा और कुछ शरारती तत्व तो इस हरकत पर उतर गए की शौचालय के अंदर बने वॉशवेशन में ही शौच कर डाला। इसके साथ बीबीएमबी कालौनी सुंदरनगर का सूरते हाल ऐसा दिखा की जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे पाए गए।
गौरतलब है कि पिछले कल 2 अक्तूबर बुधवार को महात्मा गांधी जयंती को बीबीएमबी प्रबंधन के अधिकारियों, कर्मचारियों सहित स्कूलों के अध्यापकों व विद्यार्थियों द्वारा स्वच्छता अभियान के अंतर्गत 35 ट्रक कूड़ा डंपिंग साईट पर पहुंचाने व स्वच्छता शपथ भी ग्रहण की गई। लेकिन बीबीएमबी सुंदरनगर की मुख्य सड़क व रिहायशी कालोनी सहित अन्य क्षेत्रों में डस्टबिन के बाहर कूड़े के अंबार लगे हैं। इससे बीबीएमबी सुंदरनगर प्रशासन की स्वच्छता के प्रति गंभीरता को उजागर कर दिया है।
बीबीएमबी सुंदरनगर क्षेत्र की जगह-जगह पर लगे गंदगी के ढेर आमजन का मुंह चिढ़ा रहे हैं और इससे प्रशासन की फजीहत होती नजर आई है। इसमें कोई भी अधिकारी दिलचस्पी लेता नजर नहीं आया है और स्वच्छता अभियान मात्र कागजों में ही सिमट कर रह गया है। भले ही लोगों ने गांंधी जयंती को स्वच्छता अपनाने और अपने आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ करने के लिए शपथ लेकर संकल्प लिया हो। लेकिन अपने घर के आगे की गंदगी को साफ करने की जहमत आज तक किसी भी समाज के प्रबुद्ध वर्ग ने नहीं उठाई है। इसके चलते बीबीएमबी कालौनी के विभिन्न भागों में गंदगी के ढेर हर गली, कोने और चौराहे पर देखने को मिल रहे हैं जो स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाते देखे जा सकते हैं।