शिमला: हिमाचल प्रदेश में आतंकियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की इनपुट पर राज्य को अर्लट पर रखा गया है। भाखड़ा बांध, रेलवे स्टेशन, भीड़-भाड़ वाले शहरों, बड़े अस्पतालों व धार्मिक स्थलों पर चौकसी बरतने के आदेश दिए गए हैं। सूबे की शांत वादियों में कहीं आतंकवादी दहशतगर्दी न फैला सके। इसे देखते हुए होटल, विद्युत परियोजनाओं, शस्त्रागार में हथियार बंद जवानों की तैनाती की गई है। राज्य पुलिस प्रशासन की तरफ से कुछ जिलों के एसपी को सर्तक रहने के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज ऐतिहासिक रिज मैदान पर पत्रकारों के सवाल पर कहा कि इंटेलिजेंस के इनपुट पर हिमाचल में एहतियात के तौर पर अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस के माध्यम से पुख्ता इनपुट आया है। इसके आधार पर पुलिस को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इंटेलिजेंस की इनपुट के बाद भी चिंता की बात नहीं है। उधर, प्रदेश पुलिस के महानिदेशक एसआर मरड़ी ने भी कहा कि यह रूटीन का अलर्ट है।
जम्मू-कश्मीर से सटी चंबा व कांगड़ा के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सरहद पार से आतंकी घुसपैठ रोकने के लिए बॉर्डर पर आईआरबी के जवानों की एंबुश पैट्रोलिंग लगाई गई है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियां भी प्रदेश की सीमाओं पर निगरानी रखे हुए हैं। इस बीच राजधानी में 28 सितंबर से शुरू हो रहे प्रकाश पर्व को लेकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए पुलिस ने खाका तैयार कर लिया है। हालांकि इन तैयारियों को अलर्ट के तौर पर ही देखा जा रहा है। गुरू नानक जयंती को लेकर आयोजित होने वाले इस उत्सव को राज्य सरकार मेगा इवेंट के तौर पर मना रही है। लिहाजा इस बड़े आयोजन को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।