नाहन: एक तरफ देश के प्रधानमंत्री खेलों इंडिया-फिट इंडिया का नारा दे रहे हैं। इसको लेकर अभियान भी शुरू हुए हैं। लेकिन शिलाई महाविद्यालय प्रशासन पर छात्राओं को खेलने से रोके जाने का आरोप लगा है। दरअसल रविवार को तीन छात्राएं बैडमिंटन खेलने कॉलेज परिसर में पहुंची, लेकिन प्रधानाचार्य ने फटकार लगाते हुए कहा कि तुम्हें किसने कहा है आज खेलने को। जाओ, आज कोई नहीं खेलेगा।
छात्राओं ने कहा कि प्रतियोगिता के लिए केवल 10 दिन बचे हैं। इसी बीच छात्र संगठनों ने मामले पर कड़ा तेवर अपनाया है। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव अमित चौहान ने कहा कि प्रधानाचार्य का यह रुख बेहद ही शर्मनाक है। स्पोर्टस फंड से वसूली की जाती है, लेकिन गरीब लड़कियां जब खेल में अपना कैरियर बनाने की सोचती हैं तो इस तरह का बर्ताव किया जाता है।
बहरहाल अहम बात यह है कि जहां खेल की तैयारी के लिए कैंप व रिफ्रैशमेन्ट का प्रावधान होता है, वहीं छात्राओं को कैंपस में ही जाने से रोका जा रहा है।