हमीरपुर: अनुराग ठाकुर के केंद्र में मंत्री बनने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री धूमल सक्रिय हुए हैं, तभी से जयराम ठाकुर की राहें कठिन हो गई हैं। यह बात कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने हमीरपुर में कही। उन्होंने कहा कि ईवीएम की सैटिंग न केवल कांग्रेस को हराने के लिए हुई, बल्कि यह सैटिंग प्रेम कुमार धूमल एवं कुछ चुनिंदा भाजपा नेताओं को हराने के लिए भी की गई। प्रेम कौशल ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुए गृह युद्ध ने भाजपा और इसकी सरकार में व्याप्त असंतोष एवं भ्रष्टाचार को जनता के सामने पूर्णतः उजागर कर दिया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ही सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं। सरकारी तंत्र आरोपों की जांच करने की बजाए आरोप लगाने वालों के विरुद्ध ही कार्रवाई कर रहा है, जिससे स्पष्ट होता है कि एक तो सरकार में भ्रष्टाचार व्याप्त है और दूसरा भाजपा के अंदर सुलग रही विद्रोह तथा असंतोष की चिंगारी अब पूरी तरह से भड़क चुकी है।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि केंद्र सरकार में अनुराग ठाकुर की मंत्री के रूप में ताजपोशी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की सक्रियता से भी यह एहसास होता है कि अब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की राहें कठिन होती जा रही हैं। जयराम ठाकुर लगभग 2 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने के बाबजूद अफसरशाही को नियंत्रित कर एक कुशल एवं सुदृढ़ प्रशासक के रूप में खुद को स्थापित नहीं कर पाए हैं। वर्तमान परिस्थितियों के चलते उनकी परेशानियां और बढ़ने बाली हैं।
प्रेम कौशल के अनुसार सरकार द्वारा आयोजित जनमंच कार्यक्रम पूर्णतः रंगमंच का रूप ले चुके हैं। जिनमें कर्मचारियों और अधिकारियों को मंत्री सार्वजनिक रूप से अपमानित कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से न्याय न मिल पाने के चलते जनता हताश है। सरकार ने पूर्व से ही चल रहे प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम का नाम बदल कर मंत्रियों को इसमें सम्मिलित कर एक राजनीतिक ड्रामे का रूप दे दिया, जिसमें सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया जा रहा है।