नाहन: प्रदेश का प्रसिद्ध एवं पारंपरिक राज्य स्तरीय वामन द्वादशी मेला आज सिरमौर के सराहां में वामन भगवान की पारंपरिक पूजा एवं शोभायात्रा के साथ आरंभ हुआ। उपायुक्त डॉ.आरके परूथी ने वामन भगवान मंदिर में पूजा अर्चना की तथा भगवान वामन की पालकी में कंधा लगाकर शोभा यात्रा का शुभारंभ किया। जिसमें सैंकड़ों लोगों ने भाग लेकर वामन भगवान का आर्शिवाद प्राप्त किया। इसके उपरांत भगवान वामन की पालकी को सराहां बाजार में स्थित सरोवर में नौका विहार भी करवाया गया।
इस मौके पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने नौका विहार के दौरान भगवान वामन का आर्शिवाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि वामन द्वादशी मेला प्रदेश के प्राचीन मेलों में से एक है। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार वामन भगवान विष्णु के पांचवे अवतार माने जाते हैं। जिन्होंने राजा बलि के अभिमान की परीक्षा के लिए तीन पग भूमि दान मे मांगी थी।
वामन भगवान ने दो कदम में समूची धरती व आकाश नाप दिया था।तीसरे पग को राजा बलि के सिर पर रख कर उन्हें पाताल लोक पहुंचा दिया था। उन्होंने कहा कि अतीत से ही जिला के अतिरिक्त पडोसी राज्यों से भी असंख्य लोग मेले में पहुंच कर मेले का का आन्नद लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेले को आर्कषक बनाने के साथ-साथ इसकी प्राचीन गारिमा को भी बनाए रखना अनिवार्य है। ताकि आने वाली पीढी को अपनी संस्कृति का बोध हो सके।
मेले और त्यौहार हमारी समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं। जिसके संरक्षण के लिए हमे अपनी संस्कृति को संजोय रखना होगा। ताकि हमारी आने वाली पीढी हमारी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहरों से वंचित न रहे। ऐसे आयोजनों से जहां लोगों में आपसी प्यार, सदभाव और भाईचारा की भावना उत्पन्न होती है। वहीं पर लोगों को आपसी विचारों को साझा करने का अवसर भी प्रदान होता है। समाज के सभी वर्गों का आह्वाहन किया कि वह पूरे प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोए रखने में एकजुट होकर प्रयत्न करें। इसके उपरांत उपायुक्त ने मेले में विभिन्न विभागों द्वारा आयोजित विकासात्मक प्रदर्शनियों का उद्घाटन भी किया।
शोभा यात्रा में लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप, अध्यक्ष राज्य विपणन बोर्ड बलदेव भंडारी, स्थानीय प्रधान नरेन्द्र गोसांई, एसडीएम पच्छाद रामेश्वर दास, तहसीलदार हिरालाल सहित मेला समिति के पदाधिकारियों और विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं मेले में आए सैकडों की तादाद मे लोगों ने भाग लिया।