मंडी: सरकाघाट उपमंडल के जिस अधिकारी पर महिला पंचायत प्रधान ने बेहूदा हरकतें करने के आरोप लगाए थे। आज उसी अधिकारी के पक्ष में दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधान उतर आए हैं। इन पंचायत प्रधानों ने आज डीसी और एसपी से मिलकर अधिकारी के पक्ष में अपनी बात रखी और अधिकारी को स्वच्छ छवि वाला बताया। बता दें कि पिछले कल सुलपुर जबोठ पंचायत की प्रधान रिंकू चंदेल ने डीसी और एसपी से मिलकर उक्त अधिकारी पर बेहूदा हरकतें करने के आरोप लगाए थे।
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रिंकू चंदेल का कहना है कि अधिकारी उसे अपने क्वार्टर में अकेले आने को कहता है। उसके कोई काम नहीं किए जा रहे हैं। लेकिन सरकाघाट उपमंडल के ही दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों ने इन आरोपों को नकार दिया है। दो दर्जन से भी अधिक पंचायतों के प्रधानों, बीडीसी अध्यक्ष व सदस्यों ने जिला पहुंच कर डीसी और एसपी को लिखित तौर पर ब्यान दिया कि अधिकारी पर लगाए गए आरोप सही नहीं है।
पंचायत समिति गोपालपुर की अध्यक्ष निशा देवी, पौंटा की प्रधान शंकुतला देवी, बकारटा के दीप चंद, पिंगला की अनीता देवी, खुडला की राजकुमारी, धनालग की भगवति देवी, रत्तन चंद वर्मा भांवला के उपप्रधान, बलद्वाड़ा के सूरत राम, अश्वनी कुमार समैला, अमर सिंह नवाणी, बबली देवी नशेला, मीरा देवी गोपालपुर, रमा देवी खलारड़ू , किरण बाला मसेरन, संतोषी देवी रखोटा, मलका देवी नवाही, प्रोमिला बीडीसी मसेरन, सरला देवी बीडीसी धनालग तथा लता देवी प्रधान बाग आदि ने कहा कि गोपालपुर विकास खंड में अधिकांश पंचायत प्रधान महिलाएं हैं।
वह इस बात की पुष्टि करती हैं। उक्त अधिकारी पर लगाए जा रहे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। इनका कहना है कि वह भी लगातार अधिकारी के पास जाती है। कभी भी कोई अनुचित व्यवहार उनके साथ नहीं हुआ। वह विकास कार्यों को गति दे रहे हैं। यदि इस तरह के तथ्यहीन आरोप लगाए जाने लगे तो अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। डीसी व एसपी से आग्रह किया गया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए ताकि सही स्थिति सामने आ सके।