मंडी : दवाड़ा के समीप भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे की बहाली का कार्य शुरू कर दिया गया है। यहां पर फोरलेन निर्माण कार्य कर रही एफकॉन कंपनी ने अपनी अधिकतर मशीनरी को हाईवे बहाली के कार्य में लगा दिया है। सुबह पहले बड़ी-बड़ी मशीनों से हाईवे पर जमा हुई तीन फीट तक सिल्ट को निकालने का कार्य किया। जब यह सिल्ट पूरी तरह से हटाई गई तब जाकर पता चल पाया कि हाईवे कितनी बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है।
इसके बाद कंपनी ने टनलों से निकल रहे मलबे को यहां पर डम्प करना शुरू कर दिया है। जहां-जहां से हाईवे टूटा या कटा है वहां-वहां पर बड़ी मात्रा में भराई की जा रही है ताकि हाईवे पूरी तरह से सुचारू रह सके। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह और एचआर हेड कर्नल बलजिंदर गोराया ने बताया कि प्रशासन के निर्देशों पर हाईवे बहाली का कार्य किया जा रहा है और इसे जल्द से जल्द बहाल करने का पूरा प्रयास है। वहीं एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने बताया कि फोरलेन निर्माण में लगी मशीनरी से हाईवे को बहाल करने का कार्य सुबह से ही जारी है। यदि मौसम ठीक रहा तो आज शाम तक हाईवे बहाल हो सकता है अन्यथा कल तक इंतजार करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि जब हाईवे की पूरी तरह से मुरम्मत हो जाएगी तो उसके बाद एक टेक्निकल सर्वे किया जाएगा और उसके बाद ही यहां से वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी जाएगी। वहीं एसएचओ औट ललित महंत ने बताया कि अभी हाईवे वाहनों की आवाजाही के लिए पूरी तरह से बंद है और यदि कोई पैदल यात्री यहां से गुजरना चाह रहा है तो उसे पुलिस की मौजूदगी में गुजारा जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस हर प्रकार के खतरे पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए है। बता दें कि दवाड़ा के पास ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी हाईवे पर आ गया था। जब नदी का जलस्तर कम हुआ और हाईवे दिखाई देने लगा तो उस वक्त पता चला कि यह बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। अब इसकी बहाली का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है।