शिमला : हिमाचल प्रदेश में मानसून का तांडव जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में मानसून की व्यापक वर्षा हुई। राजधानी शिमला व आसपास के इलाकों में शुक्रवार को बादल जमकर बरसे। वर्षा के कारण जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से राज्य की 141 सड़कें अवरूद्व हो गई हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिन राज्य के मैदानी तथा मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा को लेकर आरेंज अलर्ट जारी कर दिया। अलर्ट के जरिए बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है।
मौसम विभाग शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि 17 व 18 अगस्त को 10 जिलों में भारी वर्षा की आशंका के लिए चलते आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस अवधि के दौरान कुछ स्थानों पर 115 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि यह अलर्ट हमीरपुर, बिलापुर, उना, कांगड़ा, शिमला, सोलन, मंडी, सिरमौर, चंबा और कुल्लू के लिए है। 20 अगस्त से राज्य में बारिश के क्रम में कमी आनी शुरू हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों के दौरान घुमारवीं में सर्वाधिक 115 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसी तरह सरकाघाट में 110, जतौण में 84, गोहर में 58, नादौन में 53, नगरोटा सूरियां में 48, गुलेर में 47, नाहन में 46, बलद्वारा में 42, सोलन में 36, गग्गल में 34, कंडाघाट में 28, पालमपुर में 24, बैजनाथ और रेणुका में 21 मिमी बारिश हुई। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। जिससे प्रदेश के कई सड़कें बंद हैं तथा आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
भूस्खलन के कारण शुक्रवार को 141 सड़कें अवरूद्व रहीं। लोकनिर्माण विभाग के मुताबिक सबसे अधिक 75 सड़कें मंडी जोन में बंद हैं। इसी तरह शिमला जोन में 42, कांगड़ा जोन में 20 और मंडी जोन में 4 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप्प है।