मंडी : सर्व देवता समिति एवं कारदार संघ ने देवी-देवताओं के कब्जे वाली वन भूमि को देवी-देवताओं के ही नाम पर करने की मांग उठाई है। साथ ही इन्होंने मुजारा के तहत ली गई देवी-देवताओं की जमीन को वापिस करने की भी गुहार लगाई है। इन मांगों से संबंधित प्रस्ताव आज सर्व देवता समिति एवं कारदार संघ की बैठक में पास किया गया। जिसे अब सीएम जयराम ठाकुर को भेजा जाएगा। बैठक की अध्यक्षता करने के बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने बताया कि जो देवी-देवता वन भूमि पर बैठे हैं।
वहां पर देवालय बन चुके हैं, इस प्रकार की भूमि को संबंधित देवी-देवताओं के नाम किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों के पास सरकार को धर्मशालाओं का निर्माण भी करना चाहिए। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिल सके। वहीं इन्होंने ऐसे स्थानों पर देव समाज की तरफ से शौचालय निर्माण करवाने की बात भी कही। साथ ही सरकार से मुजारा के तहत ली गई देवी-देवताओं की जमीन को वापिस करने की गुहार भी लगाई है।
समिति ने सरकार व जिला प्रशासन से अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में नए देवी-देवताओं को पंजीकृत करने की मांग भी उठाई। समिति का कहना है कि 216 पंजीकृत देवी-देवताओं में दर्जनों ऐसे हैं जो कभी शिवरात्रि महोत्सव में आते ही नहीं। इसलिए इन देवी-देवताओं के स्थान पर नए देवी-देवताओं को पंजीकृत किया जाना चाहिए। इन्होंने जिला की तर्ज पर जिला के बजंतरियों को मानदेय देने की मांग भी उठाई है।
इसके साथ ही सरकार से देव समाज का एक सम्मेलन बुलाने का निवेदन किया है। ताकि सभी अपनी बातों को सरकार के समक्ष रख सकें। समिति ने केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर से धारा-370 और 35ए समाप्त करने पर भी बधाई दी। ऐसे निर्णयों पर भविष्य में भी सरकार को अपना समर्थन देने की बात कही।