मंडी :
कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ पर सेरी मंच पर जिला स्तरीय कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने की। उन्होने सेरी मंच के पास स्थित कारगिल शहीद पार्क में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत कर्नल कर्ण प्रताप सिंह, पुलिस अधिक्षक गुरदेव शर्मा, पुलिस व एनसीसी की टुकड़ी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं वीर नारियों, पूर्व सैनिकों व प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीदों की याद में उनके स्मारक पर फूल अर्पित किए। इसके बाद सेरी मंच पर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आगाज हुआ।
सेरी मंच पर हिमाचल प्रदेश डिफेंस वूमेन एसोसिशन की सदस्यों ने देशभक्ति गीत गाकर वीर शहीदों को याद किया। इस दौरान मंच पर उपस्थित शहीदों के परिजनों की आंखे नम हो गई। जिला के 11 कारगिल शहीदों के परिजनों को प्रशासन की ओर सम्मानित किया गया और उनकी शहादत को याद किया गया।
कर्नल कर्ण प्रताप सिंह ने इस मौके पर कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में गौरवमयी है। इसी दिन भारतीय सेना ने पाक सेना पर फतह हासिल की थी। कारगिल युद्ध में हिमाचल के 52 रणबांकुरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया था और देश की सीमाओं को पाक से छुड़वाया था। इस युद्ध में जिला सेवानिवृत ब्रिगेडियर कुशाल ठाकुर ने भी अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने सबसे ऊंची पोस्ट तोलोलिंग पर तिरंगा लहराया था जोकि इस युद्ध का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट माना जाता है। इसके उन्हें युद्ध युवा मेडल से अलकृंत किया गया है। समारोह के मुख्यातिथि उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कारगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ की सभी को बधाई दी। उन्होने अपने संबोधन में कहा कि सैनिकों और उनके परिवार को प्रशासन व सरकार की हमेशा प्राथमिकता रही है और आगे भी रहेगी। कारगिल युद्ध में देश की रक्षा के लिए जिला के 12 वीरों ने शहादत का जाम पिया था, जिनके अदम्य साहस को भुलाया नहीं जा सकता।
बता दें कि समारोह के दौरान पूर्व सैनिकों ने जिला के शहीद स्मारक को लेकर भी सवाल उठाए और पुराने शहीद पार्क की दुर्दशा पर चिंता जाहिर की। जिस पर उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने खेद जाहिर करते हुए इसमें प्राथमिकता से काम करने की बात कही। समारोह में एसपी गुरदेव शर्मा, एसडीएम सदर सन्नी शर्मा, पूर्व विधायक कन्हैया लाल ठाकुर व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।