सोलन: रेस्टोरेंट की बहुमंजिला इमारत के ध्वस्त होने की घटना के रेस्क्यू ऑपरेशन का अंतिम दौर बेहद ही दर्दनाक मोड़ पर है। 11 बजे के आसपास तक 11 शव निकाले गए थे। साढ़े 12 बजे के बाद आंकड़ा बढ़कर 13 हो गया। कुछ ही देर बाद अगले अपडेट में संख्या 14 हुई। सबसे दर्दनाक बात यह है कि सेना के जवान मारे गए हैं।
हालांकि इस उम्मीद में रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन को जारी रखा गया कि शायद कोई जीवित निकल आए, लेकिन अब तक की जानकारी के मुताबिक ऐसा नहीं हुआ है। तड़के शवों के ही मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो दोपहर तक जारी रहा। प्रशासन के अधिकारी भी रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर जागते रहे। बहरहाल प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए चाहे कितने भी बड़े दावे किए जाते रहे हों, लेकिन सच्चाई यह है कि धरातल पर हर व्यवस्था शून्य है। यही कारण रहा कि सेना के 13 जवानों की मौत हो गई है। घायल फौजियों में से 3 की नाजुक हालत के चलते उन्हें चंडी मंदिर स्थित कमांड अस्पताल रैफर किया गया है।
उल्लेखनीय है कि इस हादसे में रेस्टोरेंट को चलाने वाले साहिल की पत्नी अर्चना का शव रविवार शाम ही बरामद कर लिया गया था। पूरी रात बीत जाने के बाद भी किसी को नहीं निकाला जा सका। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक मलबे में 42 लोग दब गए थे। इसमें सेना के 30 जवान शामिल थे। इसमें से 13 की मौत हो गई है। 11 सिविलियन्स को भी निकाला गया।