नितेश सैनी/सुंदरनगर
सुंदरनगर में नौबाही मंदिर बचाओ संघर्ष समिति ने कहा प्रदेश के मंदिरों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। समिति के प्रदेश संयोजक सोनू बटोऊ, रमेश पंडित, ललित जम्वाल और उमेश शर्मा ने जारी बयान में कहा कि नौबाही मंदिर में अलग-अलग मामलों में लगभग एक करोड़ घोटाले के बाद नौबाही मंदिर की जांच में देरी की जा रही है। आरोपियों को बचाया जा रहा है।
उन्होंने सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मंदिरों के मामले में न प्रशासन कोई संज्ञान ले रहा है और न ही सरकार ही कोई नीति बना रही है। उन्होंने कहा कि सीबीआई से जांच करवाने और मामले में एफआईआर करवाने के बावजूद आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मामले में अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं की गई है। जिससे क्षेत्र की जनता में भारी रोष व्याप्त है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान हिंदू संगठन केवल बैठके करने में ही मशहूर है। राजनीति के दाएं-बाएं घूमने वाले हिंदू नेता हिंदू मंदिरों की परवाह नहीं करते हैं। हिंदू समाज को यह बात जान लेनी चाहिए और इनके चंगुल से बाहर निकलकर प्रखर हिंदू राष्ट्रवादी संगठन का निर्माण करना चाहिए। जो सत्य में ही हिंदू मंदिरों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रखर आवाज उठा सके। उन्होंने कहा कि यदि सरकार और प्रशासन मंदिरों की आय को सार्वजनिक नहीं करती है, तो प्रशासन और सरकार के खिलाफ पैदल मार्च करते हुए अधिकारियों का घेराव किया जाएगा।