एमबीएम न्यूज़/ऊना
जिला में खनन माफिया के कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। खनन माफिया अपने फायदे के लिए दिन-दिहाड़े ही स्वां नदी और खड्डो के भीतर बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर रेत उठा रहे है। वहीं स्वां नदी के तटीकरण के लिए सरकार द्वारा करोड़ो रुपया खर्च किया गया है, लेकिन खनन माफिया ने इन तटबंधों के बिल्कुल साथ से रेत उठाकर बड़े-बड़े गड्डे कर दिए है। जिससे इन तटबंधों के नुक्सान का भी अंदेशा बना हुआ है। खनन माफिया की हरकतों से परेशान लोग कई बार आवाज उठाते है। मगर उनकी आवाज दबकर रह जाती है।
इस बार हरोली विधानसभा क्षेत्र के गांव कांगड़ के वाशिंदों ने खनन माफिया के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। कांगड़ के ग्रामीणों ने दिनों दिन बढ़ रही खनन माफिया की गतिविधियों से परेशान होकर स्थानीय पंचायत को शिकायत सौंपकर इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है। स्थानीय लोगों ने कहा कि खनन माफिया द्वारा जहाँ स्वां नदी में बड़े-बड़े गड्डे कर दिए गए है जिससे बरसातों के दिनों में किसी अनहोनी का अंदेशा बना हुआ है। वहीँ गांव के बीचों-बीच रेत के बड़े-बड़े डंप लगा दिए है, जिससे हर समय दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
वहीँ पंचायत प्रधान शशि कुमारी ने बताया कि उनके गांव में खनन माफिया द्वारा स्वां नदी में अवैज्ञानिक खनन करने की शिकायतें मिल रही थी जिसे लेकर आज मौका देखा गया है। पंचायत प्रधान ने माना कि स्वां नदी में बहुत बड़े स्तर पर खनन हुआ है। पंचायत प्रधान ने प्रशासन से खनन पर लगाम लगाने की मांग उठाई है। क्षेत्र में खनन को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है।
हरोली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू ने कहा कि जयराम सरकार में प्रशासन खनन गतिविधियों को लेकर आँखे मूंदे बैठा है। खनन विभाग के निरीक्षक के पास वो ही रटा-रटाया जवाब सुनने को मिला कि विभाग मामले में उचित कार्रवाई करेगा। खनन इंस्पेक्टर योगराज की मानें तो मीडिया के माध्यम से उनके ध्यान में यह मामला आया है। तो सवाल उठना लाजमी है कि क्या विभाग क्षेत्र में जाकर खनन गतिविधियों का जायजा नहीं लेता।