नितेश सैनी/सुंदरनगर
देश भर में पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की ताकि देश के कोने-कोने में फैली गंदगी साफ करने से लोगो को बीमारियों से बचाया जा सके। हर शहर को सुंदर बनाया जा सके। मगर पीएम मोदी के इस अभियान को देश भर में खुले निजी संस्थान खराब कर रहे है। क्योकि निजी सस्थानो द्वारा जगह-जगह सरकारी दीवारों, शौचालय व वर्षा शालिका पर पोस्टर चिपकायें जा रहे है, जिस से शहर की सुंदरता में दाग़ लग रहा है।
घटना सुंदरनगर की है, जहां पर निजी संस्थानों द्वारा सरकारी दीवारों, वर्षा शालिका और शौचालय पर हर तरफ पोस्टर चिपका दिए गए है। बीबीएमबी द्वारा नरेश चौक पर शौचालय व वर्षा शालिका में पोस्टर चिपकाए गए है। जहां पर रातों-रात निजी संस्थानों द्वारा अपनी चांदी कूटने के लिए पोस्टर ही पोस्टर चिपका दिए गए, जिसका स्थानीय निवासियों ने कड़ा विरोध जताया है। आपको बता दें कि यह वाक्या शहर में कोई पहली बार सामने नहीं आया है। इस तरह के कई मामले शहर में पहले भी पेश आ चुके है, लेकिन आज तक प्रसाशन, नगर परिषद सहित बीबीएमबी का कोई अधिकारी इन निजी संस्थानों पर कोई कार्रवाई नहीं कर सका है।
निजी संस्थान शहर की सुंदरता को ख़राब कर अपने संस्थानों में दाखिला करवा कर खूब चांदी कूट रहे है। अब देखना होगा प्रशासन इन संस्थानों पर क्या सख्ती अपनाता है। स्थानीय निवासी विनोद स्वरूप ने मामले पर विरोध जताते हुए कहा कि शहर का नाम जितना ही सुंदर रखा गया है, उसे निजी संस्थानों द्वारा उतना ही ख़राब किया जा रहा है।
निजी संस्थानों द्वारा चांदी कूटने व अपनी पब्लिसिटी करने के लिए सरकारी दीवारो पर रातों-रात पोस्टर चिपका डाले है। जिस की वजह से सुंदरनगर की सुंदरता खराब हो गई है। यह आज की बात नहीं है। हर बार इन निजी संस्थानों द्वारा शहर की सुंदरता ख़राब की गई है। लेकिन प्रशासन इनके खिलाफ किसी भी प्रकार का कोई नियम लागू नहीं कर पाया है। कोई भी अधिकारी इन पर कार्रवाई नहीं कर रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि शहर की सुंदरता को बचाएं रखने के लिए इन संस्थानों पर कार्रवाई करना अति आवश्यक है।