एमबीएम न्यूज़/नाहन
ददाहू में बाल श्रम का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 12 साल के एक मासूम से हर महीने 390 घंटे का काम लिया जा रहा था। इसके बदले में मासूम को महज 3500 रुपए वेतन प्रतिमाह दिया जा रहा था। ददाहू के मेन बस स्टैंड पर स्थित निर्मल स्वीट शॉप में बच्चे को रखा गया था। 11 जून को चाइल्ड लाइन की टीम में शामिल रामलाल चौहान व परीक्षा कुमारी ने पुलिस की मदद से बच्चे को रेस्क्यू कर लिया।
चाइल्ड लाइन को 1098 के माध्यम से 23 मार्च को इस बात की शिकायत मिली थी। टीम ने मौके पर पहुंचकर दुकानदार को चेतावनी जारी की। इसके बाद दुकानदार ने कुछ समय के लिए बच्चे को हटा दिया। 11 जून को चाइल्ड लाइन को फिर सूचना मिली की दुकान पर 12 साल के बच्चे को दोबारा रख लिया गया है। रेस्क्यू करने के बाद बच्चे को सिरमौर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। बच्चे के पंचायत, स्कूली व आधार कार्ड के रिकॉर्ड में उसकी उम्र 12 साल पाई गई है। इस बाबत जिला श्रम अधिकारी को भी सूचित किया गया है। साथ ही मामला एसपी व डीसी के संज्ञान में भी लाया जा चुका है।
जानकारी के मुताबिक रेस्क्यू करने के बाद बच्चे ने सिरमौर बाल कल्याण समिति के समक्ष खुलासा किया कि वह सुबह 8:00 बजे से रात 9:00 बजे तक काम करता था। दिन भर चाय बनाने के अलावा गिलास धोने व सफाई की जिम्मेदारी भी दी जाती थी। 13 घंटे के करीब उसे रोजाना काम लिया जाता था। चाइल्डलाइन टीम के मुताबिक बीती रात पुलिस ने दुकानदार के खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज कर लिया है।