एमबीएम न्यूज़/शिमला
स्ट्रांग रूम विवाद में निर्वाचन आयोग की सख्ती के बाद बदले गए डीसी शिमला अमित कश्यप अढ़ाई माह के बाद फिर से इसी ओहदे पर बैठ गए हैं। राज्य सरकार ने शुक्रवार देर रात उन्हें पर्यटन विभाग में निदेशक से बदलकर डीसी शिमला लगाने के आदेश जारी किए थे। अमित कश्यप ने शनिवार को डीसी शिमला का पदभार ग्रहण किया। अमित कश्यप वर्ष 2008 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। उन्होंने इससे पूर्व अनेक महत्वपूर्ण विभागों तथा सरकारी संस्थानों में सेवाएं प्रदान की हैं।
इस अवसर पर अमित कश्यप ने कहा कि पारदर्शी प्रशासन प्रदान करने तथा विकास प्रक्रिया को और अधिक गति प्रदान करने के लिए वह पूर्ण प्रयास करेंगे।
उपायुक्त ने कहा कि अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने आमजन के सहयोग से यातायात व्यवस्था को सुधारने का सफल प्रयास किया था तथा सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सकारात्मक सहयोग से लक्षित वर्गों को सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से लाभान्वित करने की दिशा में कार्य किया गया था।
अमित कश्यप ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि आमजन की समस्याओं का त्वरित निपटारा सुनिश्चित हो तथा लोगों को विभिन्न कार्यों के लिए किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। गौरतलब है कि 17 मार्च को चुनाव आयोग के निर्देश के बाद तत्कालीन उपायुक्त अमित कश्यप को बदल कर निदेशक पर्यटन और टीसीपी के पद पर नियुक्त किया गया और निदेशक टीसीपी राजेश्वर गोयल को डीएसी शिमला बनाया गया। चौपाल ईवीएम प्रकरण पर चुनाव आयोग ने डीसी शिमला अमित कश्यप को हटाया था।
डीसी शिमला पर आरोप था कि चौपाल में एसडीएम ने बिना अनुमति ईवीएम स्ट्रांग रूम खोला और पता चलने के बाद भी एसडीएम पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अमित कश्यप ने इस बारे में की गई कार्रवाई की सारी रिपोर्ट चुनाव आयोग के सामने रखी थी। बावजूद इसके उन्हें उपायुक्त पद से हटा दिया गया।