वी कुमार /मंडी
सरकाघाट की कस्मैला पंचायत के भद्रवानी गांव में में रसोई गैस के सिलेंडर में आग लगने से पिता व बेटी की मौत का समाचार है। हादसे के समय मेहरचंद पुत्र मेघूराम (62) और उसकी पत्नी व 35 वर्षीय दिव्यांग अविवाहित बेटी ममता देवी मौजूद थे। दिव्यांग बेटी घर की खिड़की के पास बैठी थी। मेहचन्द ने जो दो वर्ष पहले ही भारत सरकार के एक उपक्रम से सेवानिवृत्त हुआ था, इसके बाद उसने नया मकान बनवाया था। घर के सदस्य प्रातः 4.30 बजे के करीब उठ गए थे।
रोज़मर्रा की तरह मेहचन्द ने अपनी पत्नी को चाय बनाने के लिए कहा और वह उसने भी चाय का पानी रसोईघर में गैस पर रख दिया तथा उसके बाद वह शौचालय के लिए चली गयी। इसी दौरान रसोईघर में रखे गैस के सिलेंडर ने आग पकड़ ली और खिड़की के पास बैठी हुई उसकी बेटी ने शोर मचाया।
मेहरचंद घर के आंगन में टहल रहा था और अपनी बेटी की आवाज सुनते ही वह घर के अंदर को दौड़ा। जब वह रसोईघर में पंहुचा तो उसने देखा कि सिलेंडर ने आग पकड़ ली थी। मेहरचंद ने गैस सिलेंडर को लगी आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन जोरदार धमाका हो गया। हादसे में मेहरचंद व दिव्यांग बेटी की मौके पर मौत हो गई। आसपास के लोगों ने धमाकों की आवाज सुनी, घर को जलते हुए देखा तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे। पंचायत प्रधान रामदास व उपप्रधान लेखराज को भी घटना की सूचना दी। गांववालों ने घर के अंदर जाने का प्रयास किया लेकिन जलते हुए मकान के अंदर वे नही जा सके।
इसी बीच पंचायत प्रधान ने हटली थाना प्रभारी और सरकाघाट में फायर ब्रिगेड को भी सूचित किया। पुलिस भी तत्काल घटनास्थल पर पँहुच गई। जब तक आग पर नियंत्रण पाया जा सका उस समय तक सब कुछ जलकर राख हो गया था। पंचायत प्रधान रामदास के अनुसार करीब 20 लाख रुपये की क्षति होने का अनुमान है। डीएसपी चन्द्रपाल सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों के शवों का नागरिक अस्पताल सरकाघाट में पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया जायेगा।